सिद्धार्थनगर जिले के शोहरतगढ तहसील क्षेत्र मे बूढी राप्ती नदी ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। झुंगहवा-तुलसियापुर सम्पर्क मार्ग पर कटान से ग्रामीण भय के माहौल मे हैं। पहले ही कई बीघा जमीन नदी मे समा चुके है। कटान के चलते खैरी ऊर्फ झुंगहवा गाँव के अस्तित्व पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।
नेपाल व जिले मे पिछले चार दिनो से हुई मूसलाधार बारिश के बाद घोराही व बूढी राप्ती नदी का जलस्तर तेजी से बढने लगा है। पूरब से सतवा नाला व पश्चिम से बूढी राप्ती का पानी तेजी से खैरी ऊर्फ झुंगहवा, इटहिया, बाला नगर, कचरिहवाँ, प्रतापपुर, धनौरा आदि दर्जनो गाँवो मे घुस रहा है। जिससे ग्रामीण इलाको मे अफरा तफरी मची हुई है।
शोहरतगढ तहसील क्षेत्र के खैरी ऊर्फ झुंगहवा मे कटान से लोग डरे हुए है। रविवार सुबह बूढी राप्ती नदी ने झुंगहवा के पास सडक काटना शुरू कर दिया है। यदि यह सडक कट गयी तो नदी सीधा गाँव की तरफ मुड जायेगी और पूरा गाँव नदी मे समा जायेगा। यदि समय रहते प्रशासन ने ध्यान नही दिया तो भारी तबाही मच सकती है।
ग्रामीणों मे गुस्सा
प्रशासन की लपरवाही से ग्रामीणों मे गुस्सा है खैरी ऊर्फ झुंगहवा के मसूद आलम का कहना कि समय रहते कटान पर प्रशासन की तरफ से कोई ध्यान नही दिया जाता है। जब स्थिति खराब होने लगती है तब प्रशासनिक अधिकारी पैसों का बन्दर बाँट करने के लिए आते है। ग्रामीणो ने आरोप लगाते हुए कहा कि खैरी ऊर्फ झुंगहवा के कटान पर यहाँ के अधिकारी पिछलेे कुछ सालों मे करोडों का धन निगल चुके है लेकिन कटान की स्थिति मे कोई सुधार नही हुआ।
वहाँ मौजूद खैरी ऊर्फ झुंगहवा के कोटेदार राकेश कुमार, विजय बहादुर, दीपक राजभर, सद्दाम हुसेन,नन्दराम निषाद, सनीदेव, सुभावती देवी, सजरुन्निशा आदि दर्जनो ग्रामीणो ने प्रशासन के लापरवाही पर नराजगी जताई।
नेपाल व जिले मे पिछले चार दिनो से हुई मूसलाधार बारिश के बाद घोराही व बूढी राप्ती नदी का जलस्तर तेजी से बढने लगा है। पूरब से सतवा नाला व पश्चिम से बूढी राप्ती का पानी तेजी से खैरी ऊर्फ झुंगहवा, इटहिया, बाला नगर, कचरिहवाँ, प्रतापपुर, धनौरा आदि दर्जनो गाँवो मे घुस रहा है। जिससे ग्रामीण इलाको मे अफरा तफरी मची हुई है।
शोहरतगढ तहसील क्षेत्र के खैरी ऊर्फ झुंगहवा मे कटान से लोग डरे हुए है। रविवार सुबह बूढी राप्ती नदी ने झुंगहवा के पास सडक काटना शुरू कर दिया है। यदि यह सडक कट गयी तो नदी सीधा गाँव की तरफ मुड जायेगी और पूरा गाँव नदी मे समा जायेगा। यदि समय रहते प्रशासन ने ध्यान नही दिया तो भारी तबाही मच सकती है।
ग्रामीणों मे गुस्सा
प्रशासन की लपरवाही से ग्रामीणों मे गुस्सा है खैरी ऊर्फ झुंगहवा के मसूद आलम का कहना कि समय रहते कटान पर प्रशासन की तरफ से कोई ध्यान नही दिया जाता है। जब स्थिति खराब होने लगती है तब प्रशासनिक अधिकारी पैसों का बन्दर बाँट करने के लिए आते है। ग्रामीणो ने आरोप लगाते हुए कहा कि खैरी ऊर्फ झुंगहवा के कटान पर यहाँ के अधिकारी पिछलेे कुछ सालों मे करोडों का धन निगल चुके है लेकिन कटान की स्थिति मे कोई सुधार नही हुआ।
वहाँ मौजूद खैरी ऊर्फ झुंगहवा के कोटेदार राकेश कुमार, विजय बहादुर, दीपक राजभर, सद्दाम हुसेन,नन्दराम निषाद, सनीदेव, सुभावती देवी, सजरुन्निशा आदि दर्जनो ग्रामीणो ने प्रशासन के लापरवाही पर नराजगी जताई।