कार्यक्रम की शुरुआत माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन से हुई, जिसके बाद वक्ताओं ने महाराज सुहेलदेव के पराक्रम, शौर्य और राष्ट्र रक्षा में उनके योगदान पर प्रकाश डाला।
सुभासपा के प्रदेश महासचिव पिछड़ा वर्ग रामचंद्र निषाद ने
कहा कि महाराज सुहेलदेव ने विदेशी आक्रांताओं से देश की रक्षा करते हुए अपना जीवन समर्पित किया।
उन्होंने कहा कि महाराज सुहेलदेव न केवल एक पराक्रमी योद्धा थे, बल्कि सामाजिक समरसता के प्रतीक भी थे। उन्होंने जाति-पाति से ऊपर उठकर समाज के हर वर्ग को संगठित किया और विदेशी आक्रमणकारियों के खिलाफ एक सशक्त मोर्चा तैयार किया।
मंत्री प्रतिनिधी और प्रदेश उपाध्यक्ष केशव राजभर ने कहा कि महाराज सुहेलदेव सिर्फ एक योद्धा नहीं थे, बल्कि उन्होंने समाज के सभी वर्गों को एक साथ जोड़ने का काम किया। वे जातिवाद के विरोधी थे और उन्होंने सभी को एकजुट कर देश की रक्षा के लिए प्रेरित किया। वक्ताओं ने उनके इसी विचार को आत्मसात करने का आह्वान किया।
उनकी वीरता और सामाजिक समरसता के संदेश को आत्मसात करने की अपील की।
इस अवसर पर कार्यक्रम का संचालन पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अल्पसंखयक मोर्चा अमजद खान ने किया।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष रामनिवास राजभर, गुलाब चन्द कन्नौजिया, अजय अग्रहरी (ग्राम प्रधान), संदीप यादव, राजेन्द्र राजभर, रवि वर्मा, संजय राजभर, जोखन राजभर, बुद्धिराम राजभर, रमेश राजभर, रमाशंकर राजभर, जयनारायण राजभर, कृष्णा पाठक, विक्रम निषाद आदि लोग उपस्थित रहें।
कार्यकर्ताओं और स्थानीय नागरिकों की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही। कार्यक्रम में शामिल लोगों ने संकल्प लिया कि वे महाराज सुहेलदेव के विचारों और आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाएंगे और समाज में समरसता को मजबूत करेंगे।