लखनऊ:गोमतीनगर पुलिस ने मेडिकल उपकरण और दवाओं के कारोबार में अधिक मुनाफा का झांसा देकर करोड़ो की ठगी करने वाले सिद्धार्थनगर के भवानीगंज थानान्तर्गत ग्राम धनखरपुर निवासी एक दम्पत्ति को गिरफ्तार कर लिया है। जालसाज दम्पत्ति पर चार महिलाओं से सवा करोड रूपए की धोखाधडी का आरोप है।
पुलिस के मुताबिक, 17 अप्रैल को विकासनगर सेक्टर 6 निवासी राजेश श्रीवास्तव, अभिनेश श्रीवास्तव पुत्र शिव प्रसाद आमीन और उनकी पत्नियां शिल्पी और नीतू के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। सभी आरोपी मूल रूप से सिद्धार्थनगर के भवानीगंज थाना क्षेत्र के हैं।
सभी लखनऊ के विकासनगर स्थित अपने घर पर फर्म स्कॉलर मेडिकल हेल्थ सिस्टम के नाम पर फर्म चलाते हैं। ठगो के खिलाफ 1 मई 2019 को विकासनगर थाने में प्रीती श्रीवास्तव ने 44 लाख रूपए हड़पने का मुकदमा दर्ज काराया था।
आरोपी राजेश और शिल्पी ने प्रीती को फर्म में साझेदार बनाने का झांसा दिया था। ठीक इसी तरह विकासनगर निवासी संगीता सिंह से भी ठगों ने 45 लाख रुपए ऐंठ लिए थे।
इस तरह पकड़ा गया राजेश
गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपित दंपती राजेश और शिल्पी अपनी पहचान छिपाकर फरार चल रहे थे। पुलिस ने दोनों आरोपियों पर 25-25 हजार रुपए का इनाम भी घोषित कर दिया था। पुलिस दोनों आरोपितों के तलाश में जुटी थी। शनिवार को पुलिस को सूचना मिली की आरोपित दंपती अपने घर के पास मौजूद हैं दोनो शहर छोडने की फिराक में है। सूचना को गम्भीरता से लेते हुए गोमतीनगर पुलिस ने आरोपित राजेश श्रीवास्तव और उसकी पत्नी शिल्पी को विकासनगर इलाके से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस गैंगस्टर के आरोपित भाई और उसकी पत्नी नीतू को तलाश रही है।
तीन साल से थी ठगों की तलाश
2019 में राजेश और अभिनेष के खिलाफ पहला मुकदमा दर्ज हुआ था। ठगों के खिलाफ लखनऊ के अलग अलग थानों में कई मुकदमे दर्ज हैं। गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज होने के बाद राजेश उसकी पत्नी शिल्पी व भाई अभिनेष, उसकी पत्नी नीतू पर 25-25 हजार रूपए का इनाम घोषित किया गया था।
पुलिस के मुताबिक, 17 अप्रैल को विकासनगर सेक्टर 6 निवासी राजेश श्रीवास्तव, अभिनेश श्रीवास्तव पुत्र शिव प्रसाद आमीन और उनकी पत्नियां शिल्पी और नीतू के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। सभी आरोपी मूल रूप से सिद्धार्थनगर के भवानीगंज थाना क्षेत्र के हैं।
सभी लखनऊ के विकासनगर स्थित अपने घर पर फर्म स्कॉलर मेडिकल हेल्थ सिस्टम के नाम पर फर्म चलाते हैं। ठगो के खिलाफ 1 मई 2019 को विकासनगर थाने में प्रीती श्रीवास्तव ने 44 लाख रूपए हड़पने का मुकदमा दर्ज काराया था।
आरोपी राजेश और शिल्पी ने प्रीती को फर्म में साझेदार बनाने का झांसा दिया था। ठीक इसी तरह विकासनगर निवासी संगीता सिंह से भी ठगों ने 45 लाख रुपए ऐंठ लिए थे।
इस तरह पकड़ा गया राजेश
गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपित दंपती राजेश और शिल्पी अपनी पहचान छिपाकर फरार चल रहे थे। पुलिस ने दोनों आरोपियों पर 25-25 हजार रुपए का इनाम भी घोषित कर दिया था। पुलिस दोनों आरोपितों के तलाश में जुटी थी। शनिवार को पुलिस को सूचना मिली की आरोपित दंपती अपने घर के पास मौजूद हैं दोनो शहर छोडने की फिराक में है। सूचना को गम्भीरता से लेते हुए गोमतीनगर पुलिस ने आरोपित राजेश श्रीवास्तव और उसकी पत्नी शिल्पी को विकासनगर इलाके से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस गैंगस्टर के आरोपित भाई और उसकी पत्नी नीतू को तलाश रही है।
तीन साल से थी ठगों की तलाश
2019 में राजेश और अभिनेष के खिलाफ पहला मुकदमा दर्ज हुआ था। ठगों के खिलाफ लखनऊ के अलग अलग थानों में कई मुकदमे दर्ज हैं। गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज होने के बाद राजेश उसकी पत्नी शिल्पी व भाई अभिनेष, उसकी पत्नी नीतू पर 25-25 हजार रूपए का इनाम घोषित किया गया था।