सिद्धार्थनगर :प्रदेश सरकार जहाॅ एक तरफ बच्चो का भविष्य सुधारने स्वास्थ व पढ़ाई पर ध्यान देने का ढिढोरा पीट रही है। वही कोरोना महामारी की वजह से करीब 8 महीनों से विद्यालय बंद है।
जिससे प्रदेश के सभी छात्र व छात्राओं का पढ़ाई बंद है जिसकी वजह से सबका भविष्य बर्बाद हो रहा है। लेकिन पढा़ई पर न सरकार की नजरे पड़ रही है। न ही प्रदेश के किसी विधायक मंत्री व उच्चाधिकारी की नजरों में यह दिखाई पड़ रहा है।
जब सब कुछ खुल गया तो विद्यालय क्यों नही बाजार लग सकते है, गाड़ियां चल सकती है शादी विवाह हो सकते है चुनाव प्रचार हो सकते है जब सब कुछ हो सकता है तो आखिर विद्यालय क्यों नही खुल सकते है। जब की बाजारों,चौराहों व आदि स्थानों पर कही पर भी मास्क व सोशल डिस्टेसिग का पालन नही दिख रहा है।
वही विद्यालय बंद की वजह से तमाम प्राइवेट शिक्षक कर्मियों की आर्थिक स्थिति चरमरा गई है यहाँ तक की परिवार का भरण पोषण करना मुश्किल हो रहा तमाम शिक्षक कर्मीयों के समक्ष भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है।
ऐसी स्थिति में यदि सरकार प्राइवेट शिक्षक कर्मियों की आर्थिक मदद नहीं करती है तो विकट स्थिति उत्पन्न हो जायेगी। लोग जब सुरक्षित अपने घरों में परिवार सहित रह सकते है। तो क्या विद्यालय मे बच्चे सुरक्षित नहीं रह सकते है। बच्चे भी विद्यालय में मास्क लगाकर जा सकते है। विद्यालय मे भी सैनिटाइजर का छिड़काव कराया जायेगा। व विद्यालय की साफ सफाई प्रतिदिन होती है। तो बच्चे घरो से ज्यादा विद्यालयो मे सुरक्षित है। अनुशासित विद्यालयो मे अध्यापक ,अध्यापिका बच्चो को अनुशासन का पाठ पढ़ाते है ।
और बच्चों का पाठ्यक्रम सब पीछे होता जा रहा है।कोरोना महामारी बच्चों के पढ़ाई मे बाँधा बनी हुई है । जिससे देश के होनहार बच्चो का भविष्य बर्बाद हो रहा है। बच्चो के भविष्य को ध्यान मे रखकर प्रदेश की योगी सरकार को विद्यालय को भी खोलने का आदेश जारी करायें। इसलिए की बच्चो का भविष्य बर्बाद हो रहा है। बच्चे ही देश के राष्ट्र धरोहर है, बच्चे ही देश के कर्णधार है बच्चे ही देश के आधार व भविष्य है।
बच्चो के शिक्षा का समय निकल जाने के बाद समय वापस नही लौटाया जा सकता। विद्यालय बंद होने की वजह से छात्र व छात्राओं की पढ़ाई हो रही है चौपट, बर्बाद हो रहा भविष्य यह बहुत ही गंभीर विषय है सरकार को इस विषय पर जल्द से जल्द कुछ निर्णय लेना चाहिए।