उत्तर प्रदेश में होने वाले पंचायत चुनाव को लेकर योगी सरकार ने परिवार वाद खत्म करने की दिशा मे बड़ा फैसला किया है.
मुख्यमंत्री आवास पर मंत्री परिषद के बैठक के दौरान शनिवार को यह फैसला लिया गया कि प्रदेश में होने वाले पंचायत चुनाव में भारतीय जनता पार्टी से किसी भी सांसद, विधायक और मंत्री के परिवार से कोई भी चुनाव नहीं लड़ेगा.
बैठक में सभी मंत्रियों को सीधे तौर पर यह कहा गया है कि अपने क्षेत्र में किसी के परिवार का कोई सदस्य पंचायत चुनाव नहीं लड़ेगा न ही उसे टिकट दिया जाएगा.
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बैठक में यह फैसला लिया गया कि मंत्रियों-सांसदों और विधायकों के परिवार और उनके रिश्तेदार के लोग टिकट की मांग नहीं करेंगे. पार्टी ने अपने सभी नेताओं को साफ संदेश देते हुए कहा कि परिवारवाद को बढ़ावा नहीं दिया जाएगा. खैर अब देखना होगा कि चुनाव के दौरान इस फैसले का कितना असर होता है.
फ़िलहाल पंचायत चुनाव की तैयारियां जोरों पर चल रहीं हैं. साथ ही इस चुनाव में उतरने वाले उम्मीदवार भी अब मैदान में दिखने लगे हैं. कोरोना महामारी के चलते यूपी में तय समय पर पंचायत चुनाव की तैयारियां पूरी नही हो सकीं इसलिए इसे आगे बढ़ा दिया गया है. मार्च अप्रेल तक पंचायत चुनाव होने की अटकलें लगाई जा रहीं हैं.