मामला भवानीगंज थानाक्षेत्र के वासा रहमतुल्लाह गांव का है. पीड़िता सना प्रवीन पुत्री मोहम्मद असलम ने भवानीगंज पुलिस को तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई है.
पुलिस को दिए गए तहरीर के मुताबिक सना प्रवीन की शादी 2007 में गांव के ही फराज से हुआ था. पति लखनऊ में रहते हैं. शादी के बाद सना लखनऊ में पति के पास रहने चली गईं. वहाँ दहेज के लिए उनके साथ ससुराल के लोगों ने कई बार मार पीट की. लेकिन सना इस उम्मीद में सबकुछ सहती रहीं की एक दिन सब ठीक हो जाएगा.
इसी बीच सना परवीन गर्भवती हो गईं तो पति ने उन्हें मायके लाकर छोड़ दिया. 5 सितंबर 2011 में सना को एक लड़की पैदा हुई.
सना लड़की को लेकर पति के पास लखनऊ गई तो फिर उन्हें प्रताडित किया जाने लागा. 25 नवंबर 2015 को पति के साथ मिलकर ससुराल के अन्य सदस्यों सना को मारापीटा और सारे जेवर, कपड़े छीनकर घर से निकाल दिया.
पीड़िता अब अपने मायके में रह रही है. मायका पक्ष ने बेटी के परवरिश के लिए खर्चे का दावा कर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था.
19 दिसंबर को तारीख थी. पेशी पर पति डुमरियागंज आया विवाहिता को तीन तलाक बोलकर अपनी जिम्मेदारी से दामन छुड़ा लिया. लेकिन नए कानून के आने के बाद पीड़िता के तहरीर पर मामाला दर्ज कर लिया गया है. पुलिस ने कहा मामले की जांचकर कठोर कार्रवाई होगी.