सिद्धार्थनगर:भारत नेपाल सीमा पर नेपाली शराब की तस्करी जोरो पर है खुली सीमा का लाभ उठा कर तस्कर धंधे मे लगे हुए हैं। विभाग के लाख कोशिशों के बावजूद तस्करी के धंधे पर अंकुश नहीं लग रहा है। आसानी से शराब उपलब्ध होने से युवाओं में नशे की लत बढ़ रही है।
ढेबरूआ और शोहरतगढ थाना क्षेत्र यह इलाका पहले से ही तस्करी को लेकर अति संवेदनशील रहा है.तस्करी का यह सिलसिला प्रदेश मे सरकार बदलने के बाद भी नही थम रहा है.तस्करी का यह आलम तब है जब आबकारी विभाग के मंत्री राजा जय प्रताप सिंह इसी जिले के बाँसी विधानसभा सीट से विधायक हैं।सुरक्षा ऐजंसियों और पुलिस के साथ साथ विषेश पुलिस टीम व आबकारी विभाग लगातार चौकस होने केे दावे करने से पीछे नही रहता. सूत्रो के अनुसार यह तस्कर बढनी, बगही, बसंतपुर, लोहटी, कोटिया आदि बार्डर इलाके से साइकिल व बाइक के सहारे नेपाली शराब के बडी खेप को भारतीय सीमा क्षेत्र के गाँव तुलसियापुर, चरिहवा, मानपुर, खैरहनियाँ, औदही, बसंतपुर, लोहटी आदि गावों मे पहुचाते हैं. राप्ती नदी के किनारे स्थित बालानगर, कचरिहवा, इटहिया, ककरा आदि गावों मे कच्ची शराब का धंधा जोरो पर है. कई बार आबकारी विभाग की टीम ऩे अभियान चलाकर कच्ची शराब बनाने वालो को पकडने का प्रयास किया। लेकिन विभाग के कुछ लोगों का सांठगांठ होने के कारण एक व्यक्ति को छोडकर दर्जनो आपरेशनों मे विभाग किसी को नही पकड पायी। इस सम्बंध मे जिला आबकारी अधिकारी अजय कुमार ने बताया ने कि लगातार छापेमारी हो रही है। टीम को सफलता भी मिल रही है.कच्ची शराब के धंधे को रोकने के लिए पुलिस के साथ मिलकर लगातार प्रयास किया जा रहा है।
ढेबरूआ और शोहरतगढ थाना क्षेत्र यह इलाका पहले से ही तस्करी को लेकर अति संवेदनशील रहा है.तस्करी का यह सिलसिला प्रदेश मे सरकार बदलने के बाद भी नही थम रहा है.तस्करी का यह आलम तब है जब आबकारी विभाग के मंत्री राजा जय प्रताप सिंह इसी जिले के बाँसी विधानसभा सीट से विधायक हैं।सुरक्षा ऐजंसियों और पुलिस के साथ साथ विषेश पुलिस टीम व आबकारी विभाग लगातार चौकस होने केे दावे करने से पीछे नही रहता. सूत्रो के अनुसार यह तस्कर बढनी, बगही, बसंतपुर, लोहटी, कोटिया आदि बार्डर इलाके से साइकिल व बाइक के सहारे नेपाली शराब के बडी खेप को भारतीय सीमा क्षेत्र के गाँव तुलसियापुर, चरिहवा, मानपुर, खैरहनियाँ, औदही, बसंतपुर, लोहटी आदि गावों मे पहुचाते हैं. राप्ती नदी के किनारे स्थित बालानगर, कचरिहवा, इटहिया, ककरा आदि गावों मे कच्ची शराब का धंधा जोरो पर है. कई बार आबकारी विभाग की टीम ऩे अभियान चलाकर कच्ची शराब बनाने वालो को पकडने का प्रयास किया। लेकिन विभाग के कुछ लोगों का सांठगांठ होने के कारण एक व्यक्ति को छोडकर दर्जनो आपरेशनों मे विभाग किसी को नही पकड पायी। इस सम्बंध मे जिला आबकारी अधिकारी अजय कुमार ने बताया ने कि लगातार छापेमारी हो रही है। टीम को सफलता भी मिल रही है.कच्ची शराब के धंधे को रोकने के लिए पुलिस के साथ मिलकर लगातार प्रयास किया जा रहा है।

