बढ़नी ब्लाक के खैरी शीतल प्रसाद टोले में टीकर,करौता व चिरहगना टोले में विद्युत आपूर्ति प्रारम्भ न होने के कारण टोलेवासियों में रोष व्याप्त है।टोलेवासियों ने विधानसभा चुनाव के बहिष्कार का भी फैसला किया था परन्तु डीपीआरओ व विद्युत विभाग के अधिशाषी अभियन्ता के आश्वासन पर समस्या के समाधान होने की आशा में मतदान किया था परन्तु दो माह बाद समाधान की कौन कहे कोई भी अधिकारी या कर्मचारी टोले में झांकने तक नहीं आया।टोलेवासियों ने जिलाधिकारी व विद्युत विभाग के अधिशाषी अभियन्ता से विद्युत आपूर्ति प्रारम्भ करवाने की मांग किया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार खैरी शीतल प्रसाद के टीकर टोले में गत 2009 में आयी आंधी मे ही खम्भों के टूट जाने के कारण विद्युत आपूर्ति ठप हो गयी थी परन्तु विभाग ने आठ वर्ष के बाद अभी तक आपूर्ति शुरु नहीं करवाया लेकिन उपभोक्ताओं के बिजली बिल लगातार आ रहे हैं।इसी प्रकार करौता टोले में विद्युतीकरण के लिए आये खम्भों के लोकल ठेकेदारों की मिलीभगत के कारण उठकर दूसरी जगह चले जाने के कारण लोग लोग नाराज हैं।लोगों ने गत विधानसभा चुनाव के बहिष्कार का ऐलान भी किया था परन्तु गत 19 फरवरी को जनपद के डीपीआरओ,विद्युत विभाग के अधिशाषी अभियन्ता के नेतृत्व में विद्युत विभाग के एसडीओ,जेई तथा ब्लाक के एडीओ पंचायत ने टोलेवासियों की समस्त समस्याओं के निराकरण का आश्वासन दिया और विद्युत आपूर्ति को सही करवाने का व बिजली बिल माफ करने का आदेश दिया।परन्तु दो माह बीतने के बाद अभी तक आदेश के पालन में कुछ हुआ नहीं।इसी प्रकार तालकुण्डा ग्रामसभा के तमकुहवा टोले में विद्युतीकरण योजना के तहत खम्भे लगाकर उसमें तार भी खींचे जा चुके हैं लेकिन चार माह बाद भी बिजली की आपूर्ति प्रारम्भ नहीं हुई।
करौता टोले की रहने वाली बुट्टन का कहना है कि अबतक बिजली न मिलने को क्या कहा जाय।हमने सभी अधिकारियों-कर्मचारियों के दरबार में गुहार लगायी।नेता चुनाव के वक्त आते हैं लेकिन उसके बाद दिखाई नहीं देते।क्या फायदा है मतदान करने का,यही सोच कर वोट न देने को सोचा था परन्तु अधिकारियों के कहने पर दिया,परन्तु हुआ कुछ नहीं।
करौता टोले के रहने वाले कोदई का कहना है कि जब ग्रामसभा के समस्त टोलों में विद्युतीकरण होना था तब केवल करौता और चिरहगना टोले ही क्यों बच गये।बिजली वालों ने खम्भे भी गिरवा दिये थे लेकिन बाद में कहे कि तुम्हारा प्रधान कागज पर दस्तखत ही नहीं कर रहा है।
टीकर टोले की रहने वाले विजयसिंह साहनी का कहना है कि हमारे टोले में 2009 से बिजली तो नहीं आ रही है लेकिन बिजली का बिल आ रहा है।चुनाव से पहले अधिकारी आये थे उन्होंने बिजली आपूर्ति को सही करने तथा बिजली बिल माफ करने की बात कही थी लेकिन हुआ कुछ नहीं।
तालकुण्डा के तमकुहवा टोले के रहने वाले अशोक पासवान का कहना है कि हमारे टोले में बिजली के खम्भे लग गये हैं,उसमें तार भी लग गये हैं लेकिन हमारे घरों में बल्ब कब जलेंगे और पंखे कब चलेंगे ये बताने वाला कोई नहीं है।विभाग ने खम्भे व तार लगवाकर अपने काम को पूरा कर लिया है।
इस संदर्भ में विद्युत वितरण खण्ड के अधिशाषी अभियन्ता घनश्याम मिश्र का कहना है कि शीघ्र ही विद्युत विभाग से संबंधित समस्त समस्याओं का समाधान कर लिया जायेगा।

