बढनी:खुशी का त्यौहार ईद सोमवार को पूरी अकीदत व जोश व खरोश के साथ मनाया गया।इसी बीच बढनी वार्ड न. 3 लोहिया नगर मे एक तस्वीर देखने को मिली जो गंगा जमुनी तहजीब की एक मिशाल पेश कर रही थी।बढनी के रानू श्रीवास्तव ईदगाह से ईद की नमाज अदा कर वापस लौट रहे मुस्लिम बन्धुओं को मिठाई व पानी पिलाकर उन्हे ईद की शुभकामनाएँ दे रहे थे।
ईद के पावन पर्व पर पूर्वांचल खबर की टीम जब बढनी के वार्ड नम्बर 3 लोहिया नगर मे पहुचीं तो वहाँ मौजूद रानू श्रीवास्तव व उनके पिता बृजबहादुर लाल श्रीवास्तव ईद से लौट रहे लोगों का मुहं मीठा कराकर उन्हे ईद की मुबारकबाद दे रहे थे। पूर्वांचल खबर से बातचीत मे रानू श्रीवास्तव ने कहा कि हम हिन्दू या मुसलमान होने से पहले एक इंसान है और इंसानियत को जिंदा रखना आपसी सौहार्द बनाकर समाज को जोडना हमारी जिम्मेदारी है।उन्होने आगे कहा कि मौजूदा हालात मे देश मे कुछ लोग अपने राजनैतिक लाभ के लिए जिस तरह से नफरत फैलाकर हिन्दुओं और मुसलमानों के बीच दूरियाँ पैदा कर रहें है।वह खत्म होनी चाहिए इस ईद पर लोगों को जोडकर सामाजिक एकता को बनाए रखने की यह एक छोटा सी पहल है जो हमेशा जारी रखने की आवश्यकता है।
ईद के पावन पर्व पर पूर्वांचल खबर की टीम जब बढनी के वार्ड नम्बर 3 लोहिया नगर मे पहुचीं तो वहाँ मौजूद रानू श्रीवास्तव व उनके पिता बृजबहादुर लाल श्रीवास्तव ईद से लौट रहे लोगों का मुहं मीठा कराकर उन्हे ईद की मुबारकबाद दे रहे थे। पूर्वांचल खबर से बातचीत मे रानू श्रीवास्तव ने कहा कि हम हिन्दू या मुसलमान होने से पहले एक इंसान है और इंसानियत को जिंदा रखना आपसी सौहार्द बनाकर समाज को जोडना हमारी जिम्मेदारी है।उन्होने आगे कहा कि मौजूदा हालात मे देश मे कुछ लोग अपने राजनैतिक लाभ के लिए जिस तरह से नफरत फैलाकर हिन्दुओं और मुसलमानों के बीच दूरियाँ पैदा कर रहें है।वह खत्म होनी चाहिए इस ईद पर लोगों को जोडकर सामाजिक एकता को बनाए रखने की यह एक छोटा सी पहल है जो हमेशा जारी रखने की आवश्यकता है।

