सिद्धार्थनगर:रूपये की हेराफेरी का एक बड़ा मामला सामने आया है.जिला मुख्यालय की महाराष्ट्रा बैंक की शाखा में एक शिशिका के नाम फर्जी अकाउंट खोलकर उसमे स्टेट बैंक शाखा से रूपए ट्रान्सफर कर 14.65 लाख रूपए निकाल लिए गये .
शिशिका अनीता वर्मा पत्नी राम सागर वर्मा की तैनाती बर्डपुर ब्लाक संशाधन केंद्र के प्राथमिक विद्यालय पिपरी पर है.गत 15 जून को उन्हें एसबीआई नौगढ़ से फ़ोन आया और उनसे महाराष्ट्रा बैंक स्थित खाते के बारे में पूछा गया.खाते के सम्बन्ध में उन्होंने अन्भिग्ता जताई और बैंक जाने पर पता चला की महाराष्ट्रा बैंक में उनसे मिलते जुलते नाम पर नया खता खोला गया है.उस महिला का नाम भी अनीता है.वह भीमापार की रहने वाली है.शिशिका का आधार और पैन उस खाते से लिंक है.इस खाते के हस्ताक्षर शिशिका के हस्ताक्षर से मैच कर रहा है.खाते से बड़े पैमाने पर लेन देन को लेकर अनीता के एसबीआई स्थित सेलरी अकाउंट को सेट होल्ड पर रख दिया गया है.खाते में 5 लाख की रकम होने के बाद ही वह धन निकासी कर सकेंगी.इसे लेकर शिशिका ने महाप्रबंधक एसबीआई लखनऊ सहित करीब आधा दर्ज़न लोगों को पत्र भेजें है .
इस पूरे मामले को लेकर बैंक पर भी सवाल उठने लगे हैं.महाराष्ट्रा बैंक में शिशिका का खता है तो खाते से जुड़े दस्तावेज़ कहाँ है?खाते के लिए दो कौन हैं ?इसके साथ सबसे बड़ा सवाल यह की इतनी बड़ी रकम निकली कैसे?लगन के चलते सभी बांको में कैश की किल्लत है.ऐसे में 14 बार में 14.65 लाख निकलने का मतलब साफ़ है की एक बार एक लाख से अधिक की रकम निकली गयी है.बिना परभाव के लगातार बैंक से इतनी बड़ी रकम का मिलना संभव नही है.यह कार्य किसी प्रभाव में हुआ है अथवा इसमें किसी बैंक कर्मी का हाथ है.फिलहाल इसका खुलासा जाँच के बाद होगा.
