उत्तर प्रदेश के बलरामपुर ज़िले के पचपेड़वा निवासी 27 वर्षीय शोएब, जो स्वास्थ्य सेवा और सामुदायिक कार्यकर्ता हैं, ने Voices for Change श्रेणी में यह पुरस्कार जीता।
शोएब ने यह पहल तब शुरू की जब उनके एक मित्र की गर्भवती पत्नी की मौत केवल इसलिए हो गई क्योंकि समय पर रक्तदाता नहीं मिल सका।
इस घटना ने उन्हें रक्तदाताओं का नेटवर्क बनाने के लिए प्रेरित किया। जागरूकता अभियानों के ज़रिए उन्होंने सैकड़ों युवाओं को रक्तदान से जुड़े डर और भ्रांतियों को तोड़ने के लिए प्रेरित किया।
उनके सामूहिक प्रयासों से अब तक 500 से अधिक यूनिट रक्तदान हो चुका है। शोएब और उनके साथी स्वयंसेवक यह सुनिश्चित करने में लगे हैं कि किसी भी परिवार को वह पीड़ा न झेलनी पड़े जो उन्होंने स्वयं देखी थी।
पुरस्कार मिलने पर शोएब ने कहा,
“#BornGenerous स्टोरीटेलर अवार्ड प्राप्त कर मैं स्वयं को सम्मानित महसूस कर रहा हूँ। मेरा सपना है कि हमारे क्षेत्र में रक्तदाताओं और प्राप्तकर्ताओं की संख्या बराबर हो जाए, ताकि कोई भी व्यक्ति सिर्फ इसलिए अपनी जान न गंवाए क्योंकि समय पर रक्त उपलब्ध नहीं हो पाया।”
सातों विजेताओं का चयन एक विशेषज्ञ जूरी ने किया, जो निम्नलिखित विषयों पर केंद्रित थे — विकलांगता अधिकार, ग्रामीण और वंचित समुदाय, शिक्षा और मेंटरशिप, LGBTQIA+, जलवायु कार्रवाई, महिला सशक्तिकरण और Voices for Change।
प्रत्येक विजेता को ₹50,000 की राशि के साथ-साथ क्षेत्र-विशेष के गैर-आर्थिक पुरस्कार भी प्रदान किए गए, जिनमें विशेषज्ञों से 1:1 मार्गदर्शन और मेंटरशिप शामिल थी।
विजेताओं को सम्मानित करने के लिए समारोह नई दिल्ली के ऑडबर्ड थिएटर में आयोजित किया गया, जिसके बाद युवाओं द्वारा संचालित बदलाव पर संवाद हुआ।
यह प्रतियोगिता भारत की नई पीढ़ी के परिवर्तनकर्ताओं की सोच और दृष्टि को उजागर करती है।
क्रिस वॉर्मन, चीफ़ ग्लोबल स्ट्रैटेजी एंड पार्टनरशिप्स ऑफिसर, GivingTuesday ने कहा:
“GivingTuesday में, हम मानते हैं कि उदारता सामाजिक परिवर्तन की एक सशक्त शक्ति है। #BornGenerous स्टोरीटेलर्स कॉन्टेस्ट यह दर्शाता है कि भारत के युवा किस तरह अपने समुदायों में उदारता को नए रूप में परिभाषित कर रहे हैं। हमने देखा है कि सीमित संसाधनों के बावजूद युवा आगे बढ़कर नेतृत्व कर रहे हैं और दूसरों को भी प्रेरित कर रहे हैं। आज इन युवा नेताओं में निवेश करना एक अधिक उदार और दयालु समाज के निर्माण की दिशा में कदम है।”
केविन ली, CEO, Yuvaa ने कहा:
“Yuvaa की पहली टैगलाइन थी – ‘Every Story Matters’। हमने हमेशा अपनी ताक़त उन युवा परिवर्तनकर्ताओं की आवाज़ को बढ़ाने में लगाई है। #BornGenerous स्टोरीटेलर्स कॉन्टेस्ट हमारे लिए इन युवाओं का जश्न मनाने का एक शानदार अवसर रहा, जिनकी रोज़मर्रा की उदारता हमें प्रेरित करती है। हम आशा करते हैं कि इनकी कहानियाँ अनगिनत युवाओं को अपने अनुभव, ज्ञान और नेटवर्क का उपयोग कर सार्थक बदलाव लाने के लिए प्रेरित करेंगी।”
GivingTuesday और Yuvaa दोनों ही युवा आवाज़ों को सशक्त बनाकर उदारता पर व्यापक संवाद को प्रोत्साहित करना चाहते हैं, ताकि अधिक से अधिक युवा साहस और करुणा के साथ आगे आएँ और एक समावेशी, आशावान और बेहतर भविष्य का निर्माण करें।
शोएब की तरह, यदि आपके पास भी अपने समुदाय की सेवा से जुड़ी प्रेरक कहानी है, तो उसे सोशल मीडिया पर साझा करें और @givingtuesdayindia को टैग करें।
GivingTuesday के बारे में
GivingTuesday एक वैश्विक आंदोलन है, जो इस सरल सोच पर आधारित है कि हर किसी के पास कुछ देने के लिए है और हर उदार कार्य मायने रखता है। इसका वार्षिक उत्सव दिवस 2 दिसंबर 2025 को मनाया जाएगा, जब 110 से अधिक देशों के लाखों लोग विभिन्न तरीक़ों से उदारता का जश्न मनाएँगे।
Yuvaa के बारे में
Yuvaa एक Gen Z-नेतृत्व वाला युवा मीडिया और इनसाइट सॉल्यूशन्स संगठन है, जिसका मिशन है — “महत्वपूर्ण चीज़ों को युवाओं के लिए रोचक बनाना और असर पैदा करना।”
इसका विज़न है युवाओं को कम अकेला महसूस कराना, उनकी बातें सुनना, उनसे जुड़ना और उन्हें बेहतर प्रतिनिधित्व देना।
Yuvaa मानसिक स्वास्थ्य, जलवायु परिवर्तन, जेंडर सेफ़्टी, पॉज़िटिव मैस्कुलिनिटी, SRHR, साइबर सुरक्षा और ग़लत सूचना जैसे मुद्दों पर काम करता है। यह Meta, Google, Spotify, L’Oréal, UNICEF, Gates Foundation, रोहिणी निलेकणी फ़िलांथ्रॉपीज़ और दासरा जैसे साझेदारों के साथ मिलकर उद्देश्य-प्रधान समाधान तैयार करता है।

