सिद्धार्थनगर के जिलाधिकरी राजा गणपति आर मंगलवार रात बिना किसी सुरक्षा के एक बाइक पर सवार होकर शहर का जायजा लेने निकल पड़े।
इसी दौरान डीएम साहब की बाइक का रूख जिला अस्पताल की तरफ घूम गया। अचानक जिलाधिकरी के जिला अस्पताल पहुँचने से हडकंप मच गया। जब डीएम वहाँ पहुँचे तब इमरजेंसी लेकर सभी वार्डो का जायजा लिया तब मौके पर कोई कर्मचारी नहीं मिला।
जिला अस्पताल का हाल देख डीएम का गुस्सा भड़क गया। उन्होंने प्राचार्य सीएमएम को जमकर फटकार लगाई। वार्निंग देते हुए जिला अस्पताल में खामियों को दूर करने को कहा।
जिला अधिकारी के अचानक पहुँचने की खबर मिलते ही कर्मचारी फटाफट अस्पताल पहुँच ड्यूटी निभाने लगे।
लगातार एक्शन मोड में डीएम
डीएम सिद्धार्थनगर डॉ. राजा गणपति आर ने अपने एक्शन मोड में कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं, जिनसे जिले में प्रशासनिक व्यवस्था को मजबूत किया गया है।
1. स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार
जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया।आंगनबाड़ी केंद्रों पर सुविधाओं और सेवाओं की स्थिति जांची।लापरवाही मिलने पर संबंधित कर्मचारियों को सख्त निर्देश और नोटिस जारी किया।
2. शिक्षा क्षेत्र में सुधार
शिक्षकों के लिए ड्रेस कोड लागू किया। विद्यालयों में छात्रों की उपस्थिति और पढ़ाई की गुणवत्ता का निरीक्षण किया।
3. अतिक्रमण हटाने का अभियान
सार्वजनिक मार्गों और सरकारी जमीन से अवैध कब्जों को हटाने के निर्देश दिए। भूमि विवादों का त्वरित समाधान सुनिश्चित किया।
4. निर्माण कार्यों की मॉनिटरिंग
लगातार निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। कार्यों की समयबद्धता और गुणवत्ता सुनिश्चित की।
5. जन समस्याओं का समाधान
थाना समाधान दिवस में सक्रिय रूप से भाग लिया। जन शिकायतों को तुरंत निस्तारित करने के आदेश दिए।
6. पेयजल और सफाई व्यवस्था
गांवों और शहरी क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति और सफाई। व्यवस्था की स्थिति का निरीक्षण किया। सुधार के लिए संबंधित विभागों को निर्देश दिए।
7. औचक निरीक्षण और अनुशासन
सरकारी कार्यालयों और योजनाओं की जांच कर जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की। कर्मचारियों को तय समय पर काम करने और भ्रष्टाचार से बचने की हिदायत दी।
8. योजनाओं की समीक्षा
केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं जैसे PMAY, मनरेगा, और खाद्यान्न वितरण की प्रगति की समीक्षा की।
जरूरतमंदों को योजनाओं का लाभ सुनिश्चित कराया।
डीएम सिद्धार्थनगर की सक्रियता और सख्त कार्रवाई से जिले में प्रशासनिक सुधार के प्रयास तेजी से हो रहे हैं। उनका एक्शन मोड आम जनता के लिए राहत और विकास की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।