पायरेटेड फिल्म
अगर आप फ्री की फिल्म या वेब सीरीज देखने के लिए गूगल सर्च करते हैं। लेकिन यदि आप नई मूवीज को पाइरेट करने का काम करते हैं या गूगल सर्च करते हैं तो ये अपराध की श्रेणी में आता है और आपको कम से कम तीन साल तक की जेल हो सकती है। इसके अलावा, आप पर 10 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया जा सकता है।
चाइल्ड पॉर्न या चाइल्ड क्राइम
गूगल चाइल्ड पॉर्न यानी बच्चों से जुड़े अश्लील कंटेंट को बढ़ावा नहीं देता है। अगर आप इससे जुड़ी जानकारी गूगल पर सर्च करते हैं तो ये भी अपराध की श्रेणी में आता है। भारत में इसको लेकर कानून सख्त है। इसमें पोक्सो एक्ट 2012 के धार 14 के अंतर्गत चाइल्ड पॉर्न देखना, बनाना और अपने पास सेव रखना भी अपराध की श्रेणी में आता है। अगर आप इस केस में फंसते हैं तो आप पर उचित कार्रवाई हो सकती है। इस जुर्म में आपको 5-7 साल तक की जेल हो सकती है।
बम या हथियार बनाने का तरीका
गूगल पर बम या हथियार बनाने का तरीका जानने की कोशिश ना करें। अगर आप ऐसा करते हैं तो आप पहले सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर आ सकते है और आप पर कार्रवाई भी हो सकती है। इतना ही नहीं, प्रेशर कुकर बम बनाने का तरीका भी गूगल सर्च करना अपराध की श्रेणी में आता है।
गर्भपात के बारे में ना करें सर्च
गूगल पर कभी भी गर्भपात के बारे में सर्च नहीं करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि भारत में डॉक्टर की अनुमति के बिना गर्भपात कराना गैरकानूनी है। अगर आप इस बारे में गूगल सर्च करते हैं तो आप बुरी तरह फंस सकते हैं। साथ ही ये सुरक्षा के लिहाज से भी सही नहीं है।
इन चीजों को भी सर्च करने से बचे
गूगल पर किसी भी क्रिमिनल एक्टिविटी के बारे में सर्च ना करें। साथ ही रेप विक्टिम का नाम व उससे जुड़े वीडियो को सर्च करने से बचें। ऐसा करने से भी आपको जेल की हवा खानी पड़ सकती है।