खड़ी बाइक में कार ने दो बार मारी टक्कर
खबर के मुताबिक प्रयागराज रायबरेली हाइवे पर एक कार ने मौलाना की बाइक को ठोकर मारी उसके बाद दोबारा कार वापस आइ और बाइक को टक्कर मार चली गई। इस हादसे में मौलाना जाफर मसूद हसनी नदवी का निधन हो गया।
वहाँ मौजूद कुछ लोगों ने इसका विरोध करते हुए कार रोकने की कोशिश की तब कार चालक ने उन पर कार चढ़ाने का प्रयास किया और मौके से फरार हो गया।
लोगों में चर्चा है कि जानबूझ कर कार सवार ने मौलाना की बाइक को दो बार टक्कर मारी जबकि वह सड़क पर बाइक रोककर मफलर ठीक कर रहे थे।
नगीना सांसद चन्द्रशेखर आजाद व्यक्त किया शोक
आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चन्द्रशेखर आजाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा दारुल उलूम नदवतुल उलमा, लखनऊ के नाज़िर-ए-आम मौलाना जाफ़र मसूद हसनी नदवी साहब के सड़क दुर्घटना में हुए इंतक़ाल की ख़बर से अत्यंत दुखी हूं। उन्होंने तालीम और समाजी बेहतरी के लिए अपना समूचा जीवन समर्पित कर दिया।
उन्होंने आगे लिखा कि इस दुखद घड़ी में, मैं उनके परिवार और अनुयायियों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं प्रकट करता हूं। मौलाना जाफ़र साहब को विनम्र आदरांजलि और नम आंखों से विदाई।
इस्लामी शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण व्यक्तित्व थे मौलाना
मौलाना जाफ़र मसूद साहब इस्लामी शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण व्यक्तित्व थे। उन्होंने नदवतुल उलमा के माध्यम से इस्लामी शिक्षा और सामाजिक सुधार के लिए उल्लेखनीय कार्य किया। उनकी नेतृत्व क्षमता और विद्वता के लिए वे न केवल भारत बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी विख्यात थे।
दुर्घटना के तुरंत बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। उनके निधन की खबर से उनके परिवार, छात्रों और अनुयायियों के बीच गहरा शोक छा गया है।
मौलाना जाफ़र मसूद साहब की मृत्यु को दारुल उलूम नदवतुल उलमा के लिए एक अपूरणीय क्षति माना जा रहा है। उनके जाने से शैक्षिक और धार्मिक क्षेत्रों में एक बड़ा खालीपन महसूस किया जाएगा।