लखनऊ: यूपी चुनाव में सपा आरएलडी गठबंधन के हार के बाद आरएलडी के प्रदेश अध्यक्ष डाक्टर मसूद अहमद ने जयंत चौधरी को खुली चिट्ठी लिखकर गम्भीर आरोप लगाते हुए प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है।
टिकट बेचने का आरोप
प्रदेश अध्यक्ष डाक्टर मसूद अहमद ने अपनी चिट्ठी में गठबंधन के हार के कारणों पर जोर देते हुए गम्भीर आरोप लगाया कि चुनाव से पहले टिकटों को बेचा गया था.
समय पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान नहीं
समय रहते गठबंधन की सीटों का ऐलान नहीं किया गया था. कुई सीटों पर आखिरी दिन तक पार्टी प्रत्याशी के नाम का ऐलान नहीं कर पाई। जौनपुर सदर जैसी सीट पर आखिरी दिन तीन तीन बार प्रत्याशी बदला गया।
चंद्रशेखर आजाद का किया गया अपमान
सपा द्वारा रालोद, महान दल, आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद को अपमानित किया गया जिससे दलित वोट छिटक कर भाजपा पर चला गया।
अखिलेश ने संगठन को किया दरकिनार
डाक्टर मसूद ने आरोप लगाया कि अखिलेश यादव ने चुनाव प्रचार के दौरान संगठन को दरकिनार कर दिया। रालोद तथा सपा के नेताओं का उपयोग प्रचार में नहीं किया गया। पार्टी के सर्मपित पासी तथा वर्मा नेताओं का उपयोग नहीं किया गया जिससे चुनाव में मत छिटक गया।
इस सब के अलावा मसूद अहमद की माने तो जब-जब दलित या फिर मुस्लिम समाज से जुड़ा कोई भी अहम मुद्दा आया तो उन पर अखिलेश यादव और जयंत चौधरी ने चुप्पी साध ली जिसका सियासी नुकसान सभी पार्टियों को चुनाव के दौरान उठाना पड़ा।
चिट्ठी में इस बात पर भी जोर दिया गया है कि सिर्फ चुनाव के दौरान प्रचार के लिए बाहर आने से कुछ नहीं होने वाला है. जनता के बीच रहना जरूरी है. मुलायम सिंह यादव का जिक्र कर बताया गया है कि उनकी असल कुंजी वो जनता थी जिसके बीच वे रहते थे.
डाक्टर मसूद ने आरएलडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को डिक्टेटर को डिक्टेटर कि तरह काम किया जिसके कारण चुनाव में हार हुई।
टिकट बेचने का आरोप
प्रदेश अध्यक्ष डाक्टर मसूद अहमद ने अपनी चिट्ठी में गठबंधन के हार के कारणों पर जोर देते हुए गम्भीर आरोप लगाया कि चुनाव से पहले टिकटों को बेचा गया था.
समय पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान नहीं
समय रहते गठबंधन की सीटों का ऐलान नहीं किया गया था. कुई सीटों पर आखिरी दिन तक पार्टी प्रत्याशी के नाम का ऐलान नहीं कर पाई। जौनपुर सदर जैसी सीट पर आखिरी दिन तीन तीन बार प्रत्याशी बदला गया।
चंद्रशेखर आजाद का किया गया अपमान
सपा द्वारा रालोद, महान दल, आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद को अपमानित किया गया जिससे दलित वोट छिटक कर भाजपा पर चला गया।
अखिलेश ने संगठन को किया दरकिनार
डाक्टर मसूद ने आरोप लगाया कि अखिलेश यादव ने चुनाव प्रचार के दौरान संगठन को दरकिनार कर दिया। रालोद तथा सपा के नेताओं का उपयोग प्रचार में नहीं किया गया। पार्टी के सर्मपित पासी तथा वर्मा नेताओं का उपयोग नहीं किया गया जिससे चुनाव में मत छिटक गया।
इस सब के अलावा मसूद अहमद की माने तो जब-जब दलित या फिर मुस्लिम समाज से जुड़ा कोई भी अहम मुद्दा आया तो उन पर अखिलेश यादव और जयंत चौधरी ने चुप्पी साध ली जिसका सियासी नुकसान सभी पार्टियों को चुनाव के दौरान उठाना पड़ा।
चिट्ठी में इस बात पर भी जोर दिया गया है कि सिर्फ चुनाव के दौरान प्रचार के लिए बाहर आने से कुछ नहीं होने वाला है. जनता के बीच रहना जरूरी है. मुलायम सिंह यादव का जिक्र कर बताया गया है कि उनकी असल कुंजी वो जनता थी जिसके बीच वे रहते थे.
डाक्टर मसूद ने आरएलडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को डिक्टेटर को डिक्टेटर कि तरह काम किया जिसके कारण चुनाव में हार हुई।
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