''साथ नहीं रहने से रिश्ते नहीं टूटा करते,
वक्त की धुंध से लम्हे नहीं टूटा करते''
यह मेरी व्यक्तिगत राय है कि व्यक्ति की पहचान उसके कर्म और चरित्र से होनी चाहिए न कि उसके निवास स्थान से। चूंकि संपूर्ण भारत ही हमारा घर है इसलिए यहाँ कोई बाहरी नहीं है। उक्त बातें आरएलडी के इलेक्शन इंजार्च अकील अहमद ऊर्फ मुन्नू ने कही।
उन्होंने कहा कि शोहरतगढ़ से महागठबंधन के उम्मीदवार सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रेमचंद निषाद जी ने अपना बचा हुआ संपूर्ण जीवन शोहरतगढ़ की जनता को समर्पित करने का निर्णय लिया है इसलिए यह हमारा परम कर्तव्य है कि जो हमें अपना समझ रहा है हम उन्हे बाहरी समझ कर उनकी भावनाओ को आहत ना करें।
हमारी लड़ाई महंगाई, भ्रष्टाचार, अशिक्षा, बेरोजगारी, नफ़रतवादी सोच के विरुद्ध है ना कि अंदर और बाहर की, हमारी लड़ाई किसानो और दलितो के हक़ के लिये है न कि अंदर और बाहर की, हमारी लड़ाई ''साथ नहीं रहने से रिश्ते नहीं टूटा करते,
वक्त की धुंध से लम्हे नहीं टूटा करते''
यह मेरी व्यक्तिगत राय है कि व्यक्ति की पहचान उसके कर्म और चरित्र से होनी चाहिए न कि उसके निवास स्थान से। चूंकि संपूर्ण भारत ही हमारा घर है इसलिए यहाँ कोई बाहरी नहीं है।
शोहरतगढ़ से महागठबंधन के उम्मीदवार सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रेमचंद निषाद जी ने अपना बचा हुआ संपूर्ण जीवन शोहरतगढ़ की जनता को समर्पित करने का निर्णय लिया है इसलिए यह हमारा परम कर्तव्य है कि जो हमें अपना समझ रहा है हम उन्हे बाहरी समझ कर उनकी भावनाओ को आहत ना करें।
हमारी लड़ाई महंगाई, भ्रष्टाचार, अशिक्षा, बेरोजगारी, नफ़रतवादी सोच के विरुद्ध है ना कि अंदर और बाहर की, हमारी लड़ाई किसानो और दलितो के हक़ के लिये है न कि अंदर और बाहर की, हमारी लड़ाई दलित और किसान विरोधी सरकार से है न कि अंदर और बाहर की।
इसलिए मैं अपनी सम्मानित जनता से अपील करना चाहता हूँ की आगामी विधानसभा चुनाव में हम 'छड़ी' के खाने वाला बटन दबाएं और प्रेमचंद जी को विधानसभा पहुचाएं ।
इसलिए मैं अपनी सम्मानित जनता से अपील करना चाहता हूँ की आगामी विधानसभा चुनाव में हम 'छड़ी' के खाने वाला बटन दबाएं और प्रेमचंद जी को विधानसभा पहुचाएं ।
वक्त की धुंध से लम्हे नहीं टूटा करते''
यह मेरी व्यक्तिगत राय है कि व्यक्ति की पहचान उसके कर्म और चरित्र से होनी चाहिए न कि उसके निवास स्थान से। चूंकि संपूर्ण भारत ही हमारा घर है इसलिए यहाँ कोई बाहरी नहीं है। उक्त बातें आरएलडी के इलेक्शन इंजार्च अकील अहमद ऊर्फ मुन्नू ने कही।
उन्होंने कहा कि शोहरतगढ़ से महागठबंधन के उम्मीदवार सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रेमचंद निषाद जी ने अपना बचा हुआ संपूर्ण जीवन शोहरतगढ़ की जनता को समर्पित करने का निर्णय लिया है इसलिए यह हमारा परम कर्तव्य है कि जो हमें अपना समझ रहा है हम उन्हे बाहरी समझ कर उनकी भावनाओ को आहत ना करें।
हमारी लड़ाई महंगाई, भ्रष्टाचार, अशिक्षा, बेरोजगारी, नफ़रतवादी सोच के विरुद्ध है ना कि अंदर और बाहर की, हमारी लड़ाई किसानो और दलितो के हक़ के लिये है न कि अंदर और बाहर की, हमारी लड़ाई ''साथ नहीं रहने से रिश्ते नहीं टूटा करते,
वक्त की धुंध से लम्हे नहीं टूटा करते''
यह मेरी व्यक्तिगत राय है कि व्यक्ति की पहचान उसके कर्म और चरित्र से होनी चाहिए न कि उसके निवास स्थान से। चूंकि संपूर्ण भारत ही हमारा घर है इसलिए यहाँ कोई बाहरी नहीं है।
शोहरतगढ़ से महागठबंधन के उम्मीदवार सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रेमचंद निषाद जी ने अपना बचा हुआ संपूर्ण जीवन शोहरतगढ़ की जनता को समर्पित करने का निर्णय लिया है इसलिए यह हमारा परम कर्तव्य है कि जो हमें अपना समझ रहा है हम उन्हे बाहरी समझ कर उनकी भावनाओ को आहत ना करें।
हमारी लड़ाई महंगाई, भ्रष्टाचार, अशिक्षा, बेरोजगारी, नफ़रतवादी सोच के विरुद्ध है ना कि अंदर और बाहर की, हमारी लड़ाई किसानो और दलितो के हक़ के लिये है न कि अंदर और बाहर की, हमारी लड़ाई दलित और किसान विरोधी सरकार से है न कि अंदर और बाहर की।
इसलिए मैं अपनी सम्मानित जनता से अपील करना चाहता हूँ की आगामी विधानसभा चुनाव में हम 'छड़ी' के खाने वाला बटन दबाएं और प्रेमचंद जी को विधानसभा पहुचाएं ।
इसलिए मैं अपनी सम्मानित जनता से अपील करना चाहता हूँ की आगामी विधानसभा चुनाव में हम 'छड़ी' के खाने वाला बटन दबाएं और प्रेमचंद जी को विधानसभा पहुचाएं ।