लखनऊ:विधान सभा चुनाव को लेकर राजनितिक पार्टियों ने तैयारियां तेज कर दी है। 2022 में होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर बसपा ने इस बार टिकट बंटवारे को लेकर नया फार्मूला बनाया है। इसके तहत इस बार जिला कोआर्डिनेटरों के स्थान पर मुख्य सेक्टर प्रभारियों से नामों का पैनल मांगा गया है। सेक्टर प्रभारियों के सुझाव के आधार टिकट बांटने की तैयारी है।
नए फार्मूले के आधार पर टिकट देने में जातिए समीकरण के अनुसार सामान्य और ओबीसी को प्राथमिकता दी जाएगी। सामान्य जातियों में सबसे अधिक ब्राह्मण जाति पर दांव लगाने पर काम चल रहा है। इसके लिए पहली प्राथमिकता सामान्य जाति में इनको ही देने की है। दूसरी जातियों में पिछड़े वर्ग के अधिक वोटर हैं। यह भी माना जा रहा है कि भाजपा से ब्राह्मण नाराज हैं। इसलिए ब्राह्मण उम्मीदवार होने पर इसका भी फायदा मिल सकता है। इसके बाद दलितों के साथ अल्पसंख्यकों को मैदान में उतारा जाएगा।
इसके साथ ही पंचायत चुनाव में बेहतर काम करने वालों को भी बतौर टिकट देकर इनाम देने की तैयारी है। मुख्य सेक्टर प्रभारियों ऐसे जिला पंचायत सदस्यों के नाम मांगे गए हैं जिनकी अपने विधानसभा क्षेत्र में अच्छी पकड़ है और जिन्होंने अपने साथ आसपास की सीटें भी जीतवाई हों।
बसपा सुप्रीमो इसको लेकर अगस्त में मुख्य सेक्टर प्रभारियों व उनके साथ लगाए गए सेक्टर प्रभारियों के साथ बैठक करेंगी। इसमें ही टिकट बंटवारे पर चर्चा होगी।
2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में बसपा अपने उम्मीदवारों को चुनावी तैयारी के लिए पर्याप्त समय देगी, जिससे किसी तरह की कोई कमी न रह जाए। इसके लिए सिंतबर के आखिरी सप्ताह या फिर अक्तूबर से उम्मीदवारों के नामों की घोषणा शुरू हो जाएगी।
नए फार्मूले के आधार पर टिकट देने में जातिए समीकरण के अनुसार सामान्य और ओबीसी को प्राथमिकता दी जाएगी। सामान्य जातियों में सबसे अधिक ब्राह्मण जाति पर दांव लगाने पर काम चल रहा है। इसके लिए पहली प्राथमिकता सामान्य जाति में इनको ही देने की है। दूसरी जातियों में पिछड़े वर्ग के अधिक वोटर हैं। यह भी माना जा रहा है कि भाजपा से ब्राह्मण नाराज हैं। इसलिए ब्राह्मण उम्मीदवार होने पर इसका भी फायदा मिल सकता है। इसके बाद दलितों के साथ अल्पसंख्यकों को मैदान में उतारा जाएगा।
इसके साथ ही पंचायत चुनाव में बेहतर काम करने वालों को भी बतौर टिकट देकर इनाम देने की तैयारी है। मुख्य सेक्टर प्रभारियों ऐसे जिला पंचायत सदस्यों के नाम मांगे गए हैं जिनकी अपने विधानसभा क्षेत्र में अच्छी पकड़ है और जिन्होंने अपने साथ आसपास की सीटें भी जीतवाई हों।
बसपा सुप्रीमो इसको लेकर अगस्त में मुख्य सेक्टर प्रभारियों व उनके साथ लगाए गए सेक्टर प्रभारियों के साथ बैठक करेंगी। इसमें ही टिकट बंटवारे पर चर्चा होगी।
2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में बसपा अपने उम्मीदवारों को चुनावी तैयारी के लिए पर्याप्त समय देगी, जिससे किसी तरह की कोई कमी न रह जाए। इसके लिए सिंतबर के आखिरी सप्ताह या फिर अक्तूबर से उम्मीदवारों के नामों की घोषणा शुरू हो जाएगी।