सिद्धार्थनगर:शोहरतगढ थाना क्षेत्र के नीबी दोहनी गांव में रात में फोन पर पत्नी से बात कर अपने कमरे मे सोने गए 20 वर्षीय युवक की सुबह छत के कुंडे से फंदे के सहारे लटकता हुआ शव मिला। परिवार के लोगों ने मामले की जानकारी पुलिस को दिए बिना युवक का अंतिम संस्कार कर दिया।
रिपोर्ट के मुताबिक, नीबी दोहनी गांव निवासी अर्जुन प्रजापति पुत्र रमेश प्रजापति की शादी पांच वर्ष पूर्व नेपाल के एक गांव में हुई थी और उसका गौना नहीं आया था।
लॉकडाउन के दौरान वह काफी दिनों से घर पर ही रह रहा था। बताया जा रहा है कि रोज की तरह रात में अर्जुन मोबाइल से पत्नी से बात करता था। सोमवार की रात खाना खाकर अपने कमरे सोने चला गया।
सुबह जब वह नहीं उठा तो उसकी मां कमरे के पास गई तो दरवाजा अंदर से बंद मिला। खिड़की से झांककर देखा तो कुंडे में रस्सी के सहारे वह लटक रहा था। कमरे में बेटे को फंदे से लटकता हुआ देख मां ने चीख पुकार लगाई।
मां की आवाज सुनकर आसपास के लोग वहां आ गए किसी तरह दरवाजा खोलकर लोगों ने फंदे से लटकता हुआ अर्जुन का शव उतारा। इसके बाद अंतिम संस्कार कर दिया। परिवार ने मामले की जानकारी पुलिस को नहीं दी थी।
रिपोर्ट के मुताबिक, नीबी दोहनी गांव निवासी अर्जुन प्रजापति पुत्र रमेश प्रजापति की शादी पांच वर्ष पूर्व नेपाल के एक गांव में हुई थी और उसका गौना नहीं आया था।
लॉकडाउन के दौरान वह काफी दिनों से घर पर ही रह रहा था। बताया जा रहा है कि रोज की तरह रात में अर्जुन मोबाइल से पत्नी से बात करता था। सोमवार की रात खाना खाकर अपने कमरे सोने चला गया।
सुबह जब वह नहीं उठा तो उसकी मां कमरे के पास गई तो दरवाजा अंदर से बंद मिला। खिड़की से झांककर देखा तो कुंडे में रस्सी के सहारे वह लटक रहा था। कमरे में बेटे को फंदे से लटकता हुआ देख मां ने चीख पुकार लगाई।
मां की आवाज सुनकर आसपास के लोग वहां आ गए किसी तरह दरवाजा खोलकर लोगों ने फंदे से लटकता हुआ अर्जुन का शव उतारा। इसके बाद अंतिम संस्कार कर दिया। परिवार ने मामले की जानकारी पुलिस को नहीं दी थी।