बैठक को संबोधित करते हुए पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय ने कहा भाजपा सरकार लोकतंत्र को खत्म करना चाहती है. सत्ता से कोई असहमति जाहिर कर दे या विपक्ष सरकार की गलत नीतियों का विरोध करे. तो पुलिस के बल पर हर आवाज को दबाने का प्रयास किया जाता है. नेताओं को नजरबंद कर दिया जाता.
उन्होंने कहा कि सभी को एकजुट होकर इस तानाशाही सरकार को 2022 उखाड़ कर फेंक दें.
श्री माता प्रसाद ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा
कि किसान इतनी भीषण ठण्ड में दिल्ली में आंदोलन कर रहे हैं कई किसान शहीद भी हो गए लेकिन भाजपा सरकार को किसानों की चिंता नहीं है. बल्कि उद्योगपतियों का कर्ज को माफ किया जा रहा है.
सरकार ने किसानों के लिए जो कला कानून बनाया, उससे किसानों की खेती चली जाएगी. छोटे वर्ग का किसान पूरी तरह से तबाह हो जाएगा.
उन्होंने कहा कि कितनी बड़ी विडंबना है, जिन्होंने अंग्रेजों का साथ दिया, आज वह खुद को सच्चे राष्ट्रवादी बने बैठे हैं.
इस मौके पर पूर्व जिलाध्यक्ष अजय चौधरी, बेचई यादव व कमरूज्जमां, तौलेश्वर निषाद, उदयभान तिवारी, केके चौधरी, देवेन्द्र प्रताप सिंह, अब्दुल लतीफ, रमेन्द्र सिंह, प्रेम प्रकाश पाण्डेय, पारस, सुरेश, हमीद, विजय गौंड, बब्लू खान, बब्लू पाठक, सतेन्द्र यादव, राम पाल शुक्ला, भोला यादव, नईम राइनी, हरि प्रकाश, राकेश, महेश दत्त पाण्डेय, अंश पाण्डेय आदि उपस्थित रहे.