सूचना के मुताबिक खुरहुरिया निवासी मो. रफीक दिल्ली मजदूरी करते थे। पांच दिसंबर को करोलबाग स्थित एक मैरेजहाल में काम करने गए थे। रात तीन बजे काम खत्म होने पर वह तीन अन्य साथियों के साथ ऑटो से कमरे पर लौट रहे थे। रास्ते मे अज्ञात वाहन ने सामने से ऑटो में टक्कर मार दी। जिसमें रफीक सहित तीन लोग घायल हो गए थे।
इस हादसे में रफीक गंभीर रूप से घायल हुए थे.10 दिसंबर को मो. रफीक की इलाज के दौरान मौत हो गई। पोस्टमार्टम के बाद उनका शव शनिवार सुबह गांव खुरहुरिया लाया गया।
शनिवार की सुबह दिल्ली से रफीक का शव लाया गया तो गांव में कोहराम मच गया। जोहर की नमाज के बाद रफीक को सुपुर्द-ए-खाक किया गया। रफीक की मौत से गांव में शोक का माहौल है।
रफीक का शव देखकर परिवार वालों का रो रोकर बुरा हाल है. रफीक की एक 16 साल की बेटी रूखसाना और 10, 11 साल के रमजान, खुर्शीद भी रोते रहे। परिवार का रोना देखकर गांववालों की आंखें नम हो गईं।