सिद्धार्थनगर:बढ़नी ब्लाक के अहिरौला में धनुषयज्ञ मेले का आयोजन शनिवार को हुआ। मेले में गांव के कलाकारों ने सीता-स्वयंवर, धनुष-भंग और परशुराम-लक्ष्मण संवाद का मंचन किया।
भगवार श्रीराम के प्रत्यंचा चढ़ाकर धनुष तोड़ते ही पूरा मेला मैदान प्रभु श्रीराम के जयकारों से गूंज उठा। इस मौके पर पूर्व प्रधान देवनारायन यादव ने कहा कि रामलीला का मंचन सिर्फ मनोरंजन का साधन नहीं बल्कि यह सनातन धर्म को जानने का माध्यम है।
सभी का दायित्व है कि इसके आयोजन के साथ ही भगवान श्रीराम के आदर्शों से सीख लेकर समाज की बेहतरी तय करें।समिति के अध्यक्ष श्याम सुंदर चौधरी ने कहा कि श्रीराम अपने जीवनकाल के सभी रुपों में पूजनीय हैं।
रामलीला हमारे समाज को एक सकारात्मक व संगठनात्मक विचारधारा के लिए प्रेरित करती है।
इसके पूर्व रामजन्म, ताड़का-वध, अहिल्या-उद्धार आदि प्रसंगों का मंचन गांव के ही कलाकारों ने किया।रामजन्म होते ही पांडाल में मौजूद महिलाओं ने सोहर गाया और पुष्पवर्षा किया।
इस मौके पर धनुषयज्ञ मेला समिति के पूर्व संरक्षक गण स्व. रामचन्द्र चौधरी व मन्थू प्रसाद को भावभीनि श्रद्धांजलि अर्पित किया गया।
इस मौके पर प्रधान अनिल पासवान,श्याम प्रकाश,प्रेमचन्द्र पासवान, अंबिका शर्मा, रामजी मिश्र, सुखमिलन शर्मा, विजय सिंह चौधरी, लालजी चौधरी, अजय यादव,जगन्नाथ यादव, अभिलाष पासवान आदि मौजूद थे।