सद्दाम खान/रियाज खान
जन चौपाल में लगे शिकायतों के अंबार विकास कार्यों को कागजी माडल से किया सत्यापित ।
राशन कार्ड,जाब कार्ड,पेंशन,आवास,प्रधान मंत्री कृषक योजना,शौचालय निर्माण,नाली,खडंजा,राशन वितरण मे मनमानी आदि समस्या व पात्र घूम रहे अपात्र बनकर।राजनीतिक व वोट बैंक के मानक का किया जा रहा पालन जन चौपाल में जनसैलाब ने दिखाया भ्रष्टाचार का वास्तविक रूप ।
सिद्धार्थनगर :विकास खंड बांसी स्थित ग्राम पंचायत महुआ कला में ग्राम पंचायत विकास में अनियमितता का ऐसा तांडव विगत वर्षों में आवंटित धन का सदुपयोग के बजाय दुरुपयोग ही अधिक हुआ है।
कागज के पन्ने कम पड़ गए लेकिन जनसमस्याओं का सिलसिला जारी रहा और एक एक कर हर पीडि़त ने अपने साथ हुए असमानता का ऐसा मार्मिक वर्णन किया कि एकाएक ऐसा प्रतीत हुआ कि यहां विकास के नाम पर केवल कागजों में ही विकास हुआ है । और वास्तविक रूप में केवल कल्पना की जा सकती है।
शौचालय की स्थित जीर्ण शीर्ण,सड़के केवल नाम की,राशन वितरण में अनियमितता,सरकारी लाभ दिलाने के नाम पर धन उगाही,पात्रों को आवास,पेंशन व राशन नहीं केवल और केवल राजनीतिक दृष्टिकोण से सरकारी योजनाओं का संचालन किया गया है। पात्रता और अपात्रता को पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया गया है।
ग्राम पंचायत उपरोक्त में नवंबर 29/11/2020 को मुख्य अतिथि
चात्रांश प्रत्युष अमर व सहायक विकास अधिकारी,ग्राम पंचायत अधिकारी व उचित दर विक्रेता सहित व्यवस्थापक जनार्दन दूबे और सैकड़ो की संख्या में उपस्थित ग्रामीणों के मध्य आयोजित जन चौपाल में लोगों ने अपनी पीडा़ व साथ में हुई असमानता का वर्णन किया ।
और एक प्रकार से लोगों की बातों से तो यह सिद्ध ही हो गया कि ग्राम पंचायत में अनियमितता की जडे़ बहुत गहरी हैं जो एकाएक नहीं हुई हैं प्रधान से अधिक भूमिका उन संबंधित अधिकारियों की भी है ।
जिन्होंने जन्नभावनाऔं का अनादर के साथ साथ लोगों की शिकायतों को नजरअंदाज किया और अंत में समस्या इतनी विकराल रूप धारण कर लेगी किसी को अंदेशा नहीं था और न ही भ्रष्टाचारियों को पता था कि लोगों को अपनी समस्या रखने का मौका जन चौपाल के माध्यम से भविष्य में मिलेगा।
ग्रामवासी इंद्रजीत दूबे ने बताया कि पात्रों को नही मिल रहा है आवास योजना का लाभ तथा ओडीएफ होने के बावजूद अभी तक अधिकांश लोगों को नहीं मिला शौचालय।सोना पत्नी गोली यादव नें नाली और रास्ता रोका जा रहा है ।
लेकिन समस्या को प्रधान द्वारा नजरअंदाज किया जा रहा है।नीलम पत्नी स्व चंद्रशेखर ने बताया कि अभी तक राशन कार्ड व शौचालय नहीं मिला,जुगुरा पत्नी स्व जिलाजीत नें बताया कि पात्र होनें के बावजूद अभी तक नहीं मिला ।
आवास शौचालय बना और तुरंत गिर गया,तौलू पुत्र बैजू अनुसूचित जाति द्वारा बताया गया कि अभी तक आवास नहीं मिला,हरिराम पुत्र फेरई द्वारा नाली व आवास की समस्या के बारे मे बताया गया,अनवारी पुत्र उजागिर द्वारा बताया खपरैल के मकान में रह रहा हूं लेकिन अभी तक आवास नही मिला और न ही पेंशन मिला,80 वर्षीय गेना द्वारा बताया गया कि पेंशन,पानी व रास्ते की समस्या है ।
लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं हुआ,सुनीता पत्नी झिनकन द्वारा बताया गया कि आवास योजना में पंद्रह हजार रुपए की मांग हो रही है,आरती द्वारा राशन कार्ड तथा सुरेंद्र द्वारा रास्ते की समस्या बताया गया।
सबसे गंभीर समस्या लाकडाउन के समय प्रवासी मजदूरों को सरकार द्वारा प्रदत्त राशन व सहयोग राशि के संबंध में रही जिनमें श्रवण कुमार,रामजीत, मुकेश गुप्ता,सुरेंद्र दूबे,कन्हैया यादव सहित 33 ग्रामीणों ने बताया कि हमे प्रवासी मजदूरों के संबंध में सरकारी लाभ नहीं मिला जबकि हम सभी पात्र है ।