सिद्धार्थनगर:गड़ाकुल शोहरतगढ़ निवासी उमेश चौधरी अपनी बीमार पत्नी को लेकर 25 जुलाई रात करीब 11:00 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शोहरतगढ़ पर पहुंचे। रात्रि 1 बज गए लेकिन उसका इलाज संभव ना हो पाया।
उमेश ने रात्रि के समय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शोहरतगढ़ का वीडियो बनाकर वहां की दुर्दशा का हाल बयान किया. अस्पताल में ना कोई डॉक्टर मौजूद था ना कोई कर्मचारी मौजूद थे।
मरीज के परिजन डॉक्टर को फोन के माध्यम से गुहार लगाते रहे, लेकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शोहरतगढ़ में मरीज का हाल सुनने वाला कोई चिकित्सक मौजूद नहीं लेकर लेकर पीड़ित मरीज के परिजनों ने बताया कि उन्होंने डॉक्टर पंकज कुमार वर्मा को फोन किया तो फोन रिसीव नहीं कर रहे थे और महिला डॉक्टर मधु वर्मा को फोन किया काफी देर बाद उन्होंने फोन उठाया तब उन्होंने आश्वासन दिया कि हम 5 मिनट में आ रहे है, बदले करीब 1 घंटे से बीत गए लेकिन अस्पताल में कोई चिकित्सक आया नहीं।
काफी देर बाद महिला डॉक्टर मधु ने दरवाजा खटखटाने पर खोला, मरीज को देखने के बाद तत्काल जिले पर ले जाने की बात कही।
उसके बाद मरीज के परिजनों ने शोहरतगढ़ कस्बे के एक प्राइवेट अस्पताल में मरीजों भर्ती कराया, जहां उसका इलाज चल रहा है।
उत्तरप्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह जी सिद्धार्थनगर जनपद के ही है। उनके ग्रह जनपद का यह हाल है, बाकी जिलों का क्या हाल होगा भगवान भरोसे हैं।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शोहरतगढ़ के चिकित्सकों कर्मचारियों द्वारा ऐसे ही लापरवाही बरती गयी , किसी दिन मरीज की जान भी जा सकती है। जब सीएमवो, व सीएचसी आफिसर से बात करने की कोशिश की तो तकनीकी खराबी के कारण सम्पर्क नही हो पाया। यह सिद्धार्थनगर जनपद के लिए एक गंभीर समस्या बन गई है।