सिद्धार्थनगर:देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मरीजों के कारण 24 मार्च को देश के प्रधानमंत्री ने सम्पूर्ण भारत में 21 दिन के लिए लॉकडाउन का आदेश दे दिया था।
सरकार का दावा है कि लोगों के लिए रोज़मर्रा की चीज़ें उपलब्ध हैं लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में दिहाड़ी मजदूरों एंव असहाय लोगों को काफी दिक्क़तें हो रहीं हैं।
मुश्किल वक़्त में सिद्धार्थनगर के कुछ नौजवान ऐसे लोगों के लिए मददगार बनकर सामने आए हैं. ये युवा बिना कोई परवाह किए अपने पास से खाद्य समाग्री इकट्ठा कर लोगों की मदद कर रहे हैं।
लॉकडाउन के दिन से ही ये युवा क्षेत्र में जाकर जरूरतमंद लोगों को खाने पीने का सामान उपलब्ध करा रहे हैं। सुभद्र नाथ महाविद्याल के डायरेक्टर सागर पाठक शान ने कहा कि इंसानों की सेवा ही सबसे बड़ा धर्म हैं, हमारी टीम निरन्तर क्षेत्र में नजर रख रही हैं।
जरूरतमंदों को सूचना मिलने पर तत्काल जरूरत का समान निशुल्क उपलब्ध करा रहें हैं। इस प्रकार हमारी टीम 150-200 लोगों को प्रतिदिन मदद कर रही है। टीम के सदस्य डॉ अफरोज खान, डॉ नादिर सलाम, डॉ मनीष यादव, डॉ कादिर, जमील खान, नसीम खान आदि लोग मदद में लगे हैं .
लॉकडाउन में गरीब, मजदूर, रिक्शा चालक, और कई ऐसे लोग जो रोज कमा कर खाने वाले लोग थे, उनकी दिक्कतें बढ़ी हैं। ऐसे में टीम कॉरोना राहत कोष हर जरूरतमंदों तक राहत सामग्री और मास्क वितरण करने में हर संभव प्रयास कर रहा है।
राहत सामग्री किट में चावल, दो तरह का दाल, आटा , नमक, सरसों तेल, आलू, प्याज, डिटोल साबुन, डिटर्जेंट साबुन और मास्क रखा गया। टीम कोरोना राहत कोष ने हजारों के तादात में राहत सामग्री किट बनवा लिया है, जिसे जरूरतमंदों तक वितरण कर रही है।
इस राहत सामग्री और आवश्यक वस्तुओं के वितरण में टीम के लोगों का अथक सहयोग रहा।