सिद्धार्थनगर:एनएच 730 लिंक रोड तुलसियापुर बजराभारी मार्ग चौड़ीकरण में कई गरीब परिवार बेघर होने के कगार पर हैं।
तुलसियापुर बजराभारी मार्ग चौड़ीकरण में खैरी उर्फ झुंगहवा में कुल 35 गरीब परिवारों के घर तोड़े गए हैं। लेकिन सरकार की तरफ से उन्हें कोई आर्थिक सहायता नहीं दी गई।
लोक निर्माण विभाग के अभियंता एसडी कन्नौजिया के मुताबिक ग्रामीण सड़कों में मुआवजे का कोई प्रावधान नहीं है। इसलिए किसी को मुआवजा नहीं दिया जा सकता।
खैरी उर्फ झुंगहवा गाव की जुगिया पत्नी राम सेवक आर्थिक रूप से बेहद कमजोर है। पति पत्नी का रोजगार मजदूरी है।
सड़क चौड़ीकरण में इन्हे भी अपना दो छोटे कमरे जर्जर मकान तोड़ना पड़ा। जिससे उन्हें काफी परेशानियों का सामना झेलना पड़ रहा है। पिछले दिनों हुई बरसात और भीषण ठंड ने उनकी हालत खराब कर रखी है।
सड़क चौड़ीकरण में घर तोड़ना पड़ा। जिसके कारण जुगिया को मजबूरन बचे हुए जर्जर मकान में रहने को मजबूर हैं। एक छोटे से कमरे में खाना बनाना सोना कितना मुश्किल है इसका अंदाजा आप लगा सकतें हैं।
जुगिया को अभी तक ना ही आवास और ना ही प्रधानमंत्री उज्जवला योजना से गैस कनेक्शन का लाभ मिला है। जिसके कारण टूटे हुए घर में मिट्टी के चूल्हे पर खाना बनाना पड़ रहा है।
जुगिया ने बताया कि कुछ लोगों ने आकर उनसे घर जल्दी ही तोड़ लेने को कहा था। जिसके कारण मेहनत मजदूरी की गाढ़ी कमाई से बनाए घर को अपने हाथो से मजबूरन तोड़ना पड़ा है।
जुगिया के पति रामसेवक कहते हैं कि गरीब की कौन सुनता है?
ग्रामीणों ने बताया की गाव में घनी आबादी के बीच नक्शे में सड़क है ही नहीं लेकिन फिर भी यहां रोड चौड़ीकरण किया जा रहा है। हमारे घर तोड़वाए गए लेकिन जो हमारा नुकसान हुआ उसका एक पैसा हमें नहीं दिया गया।
हम आपको बता दें कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मौलाना अब्दुल क्य्यूम रहमानी फाउंडेशन के अध्यक्ष बदरे आलम ने इस मामले की शिकायत एसडीएम शोहरतगढ़, डीएम सिद्धार्थनगर, प्रमुख अभियंता से लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की है लेकिन अभी तक इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।