दीपक कुमार। सहायता चैरिटेबल ट्रस्ट ने यह सिद्ध कर दिया है कि जनसंख्या वृद्धि को रोका जा सकता है और भ्रूण हत्या को रोकते हुए जनसंख्या वृद्धि दर को कम किया जा सकता है।
इस पर 27 वर्षों से शोध कर रहे सहायता चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रमुख सतीश चंद्र यादव ने दावा किया है कि समाज में हो रहे भ्रूण हत्या को एकदम ही रोका जा सकता है।
विश्व की बढ़ती जनसंख्या, कन्या की भ्रूण हत्या, पर्यावरण असंतुलन आदि जटिल समस्याओं के कारणों को चिन्हित करते हुए उसका निवारण ढूंढ निकाला गया।
देश अथवा विश्व में अगर कोई सबसे बड़ी समस्या है तो वह जनसंख्या वृद्धि है जनसंख्या वृद्धि होने के कारण सरकार अथवा शासन की किसी भी जन कल्याणकारी योजना को आम जनता तक नहीं पहुंचाया जा सकता है।
सहायता चैरिटेबल ट्रस्ट के माध्यम से समाज में बढ़ रही जनसंख्या के मूल कारणों को खोज कर एक अनोखा प्रयास किया जा रहा है।
समाज की सबसे छोटी इकाई परिवार है परिवार में संतान उत्पन्न होना आवश्यक है जिससे परिवार में भविष्य कायम रहे।
जहां हर परिवार में एक पुत्र और एक पुत्री का जन्म होना आवश्यक है जिससे जनसंख्या का संतुलन बना रहे, इसी क्रम में किसी परिवार में एक पुत्र के इंतजार में केवल कन्या ही कन्या जन्म ले रही हैं, तो कहीं एक कन्या के इंतजार में कई पुत्र जन्म ले रहे हैं यह जनसंख्या वृद्धि और कन्या भ्रूण हत्या का मूल कारण है।
सहायता चैरिटेबल ट्रस्ट ने गरीबी, अशिक्षा, बीमारी, कुपोषण और प्रदूषण जैसे तमाम समस्याओं को जनसंख्या वृद्धि का कारण माना है।
इन समस्याओं को देखते हुए ट्रस्ट के प्रमुख समेत ट्रस्ट के सभी पदाधिकारियों ने जनकल्याणकारी योजनाएं बनाई है।
सहायता चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रमुख सतीश चंद्र यादव ने अपने 27 वर्षों की शोध से यह सिद्ध कर एक अनोखा कार्य किया है।
जिस परिवार में पुत्र रत्न की आवश्यकता है वहां पुत्र का जन्म करवाया जाएगा और जिस परिवार में एक कन्या की आवश्यकता है वहां पुत्री का जन्म करवाया जाएगा उनका यह फॉर्मूला वैज्ञानिक दृष्टिकोण पर आधारित है।
शोध के इस फार्मूले से प्रेरित होकर विनोद कुमार गोंड एडवोकेट ने पिछले 8 सालों से समाज के बहुत से परिवारों को उनकी इच्छा अनुसार संतान प्राप्ति का सुख ट्रस्ट के माध्यम से करवाया है।
जनसंख्या वृद्धि को संतुलित करने के नेक और सराहनीय कार्य करने के लिए सहायता चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रमुख सतीश चंद्र यादव के साथ विनोद कुमार गोंड एडवोकेट, दीपक कुमार पत्रकार हिंदुस्तान, डॉक्टर अशोक यादव, डॉक्टर अनीश खान, मानवेंद्र विक्रम सिंह, भास्कर त्रिपाठी, मुसाफिर, रूपलाल दास, राजकुमार आजाद, अनीता, रामचंदर, नगेंद्र वर्मा जैसे सैकड़ों लोग प्रदेश भर में एक मिशन के तहत काम कर रहे हैं।


