विनोद चौधरी शोहरतगढ़ सिद्धार्थनगर : प्रशासन के आश्वासन के बाद आमरण अनशन समाप्त किया गया। कई नाटकीय घटनाक्रम घटित हुये। आदर्श ग्राम पंचायत गड़ाकुल को ओडीएफ बनाने की मांग को लेकर गांव निवासी एक व्यक्ति आमरण अनशन पर बैठ गया था। गांधी जयंती के दिन शुरू हुये अनशन को लेकर प्रशासनिक अधिकारी तनाव महसूस करते रहे। रात भर पुलिस थाने पर बैठाये रखा। सुबह तहसील में अधिकारियों से वार्ता कराया। शोहरतगढ़ विधायक ने पहल किया। अनशनकारी से वार्ता किया। अधिकारी भी मौजूद रहे।
सभी के आश्वासन पर अनशनकारी ने आंदोलन को समाप्त करने की घोषणा किया। दो अक्टूबर गांधी जयंती को दिन में डा. प्रमोद पांडेय ने गांव को ओडीएफ घोषित कराने की मांग को लेकर आमरण अनशन शुरू कर दिया। इसके बाद से प्रशासन तनाव में आ गया। दिन का चहल-पहल में बीत गया। अंधेरा होने के साथ प्रशासन व पुलिस हरकत में आ गई। रात 11 बजे विधायक अमर सिंह चौधरी ने अनशनकर्ता से मुलाकात किया। अनशन समाप्त करने की गुजारिश भी किया। बात नहीं बनी। इसके बाद मध्य रात्रि अनशनकारी को पुलिस ने थाने पर बैठा लिया। पूरी रात थाने पर बैठाने के बाद सुबह दस बजे पुलिस गाड़ी से अनशनकर्ता डा. प्रमोद कुमार पांडेय को तहसील ले गई। अधिकारियों से वार्ता शुरू हुई।
डा. प्रमोद पांडेय से गांव को ओडीएफ कराने व झूठी रिपोर्ट भेजने के मुद्दे को लेकर नोकझोक भी हुआ। इस दौरान एसडीएम अर¨वद कुमार ने बीडीओ तारा देवी, एडीओ पंचायत रामशंकर वर्मा समेत ग्राम सचिव को फटकार लगाई। गांव की समस्याओं का निस्तारण करने के लिये कहा। शौचालय निर्माण में तेजी लाने के लिये निर्देशित किया। 15 दिन के अंदर समस्या समाधान कराने का आश्वासन दिया। इसके बाद डा. प्रमोद पांडेय ने अनशन समाप्त करने की घोषणा किया।
इस संबंध में एसडीएम शोहरतगढ़ अरविंद कुमार ने कहा कि अनशनकारी से वार्ता किया गया। एक पखवारा के भीतर समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन दिया गया है।