लखीमपुर जिले मे चोटी काटने के मामले प्रतिदिन बढ रहें हैं। अभी तक केवल महिलाओं की चोटियाँ कट रही थी लेकिन अब लडको की भी चोटियाँ कटने लगी है।
सूचना के अनुसार गुरूवार रात 9 बजे एनएम हास्टल का रसोईया खाना पकाने के लिए किचन मे गया ही था कि इसके दर्द महसूस हुआ और वो बेहोस हो गया। जब वहाँ हास्टल के और लोग पहुचे तो बाल कटे मिले। इसके बाद रसोईये को इलाच के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। एनएम के चौकीदार रफीक ने बताया कि जब हम लोग किचन मे गए तो इस के पीछे के बाल कटे हुए अलग पडे थे। जानकारी के मुताबिक रसोईये पउवा के बाल काफी बडे थे। अब इसकी हालात ठीक बताई जा रही है। चोटी कटने का सिलसिला खत्म होने का नाम नही ले रहा है। अब वह घर भी सुरक्षित नही है जो पूरी तरह से बन्द है। इसमे भी जाकर चोटी काटी जा रही है।
सूचना के अनुसार गुरूवार रात 9 बजे एनएम हास्टल का रसोईया खाना पकाने के लिए किचन मे गया ही था कि इसके दर्द महसूस हुआ और वो बेहोस हो गया। जब वहाँ हास्टल के और लोग पहुचे तो बाल कटे मिले। इसके बाद रसोईये को इलाच के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। एनएम के चौकीदार रफीक ने बताया कि जब हम लोग किचन मे गए तो इस के पीछे के बाल कटे हुए अलग पडे थे। जानकारी के मुताबिक रसोईये पउवा के बाल काफी बडे थे। अब इसकी हालात ठीक बताई जा रही है। चोटी कटने का सिलसिला खत्म होने का नाम नही ले रहा है। अब वह घर भी सुरक्षित नही है जो पूरी तरह से बन्द है। इसमे भी जाकर चोटी काटी जा रही है।