मिल्कीपुर में कौन भारी
2022 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के अवधेश प्रसाद ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी। सपा को कुल 1 लाख 3 हजार 905 मत प्राप्त हुए थे। वहीं भाजपा प्रत्याशी बाबा गोरखनाथ को 90 हजार 567 मत प्राप्त हुए। सपा ने मिल्कीपुर 13 हजार 338 मतो से जीत लिया था।
2024 में सपा ने बीजेपी को दिया बड़ा झटका
लोकसभा चुनाव के दौरान सपा ने मिल्कीपुर सीट से अपने विधायक अवधेश प्रसाद को आयोध्या सीट से चुनाव मैदान में उतारा दिया। यहाँ सपा के अवधेश प्रसाद ने 54567 मतों से भाजपा प्रत्याशी लल्लू सिंह को पराजित कर ऐतिहासिक जीत दर्ज की।
सपा की यह जीत बीजेपी के लिए बड़ा झटका था क्योंकि खुद को राष्ट्रवादी और रामभक्त बताने वाली भाजपा को राममंदिर के उद्घाटन के बाद आयोध्या के पहले चुनाव में हार का सामना करना पड़ा।
मिल्कीपुर का जातीय समीकरण,
इस विधानसभा सीट में कुल 3 लाख 50 हजार मतदाता हैं।
जिसमें 1 लाख 20 हजार दलित वोटर्स हैं जिनकी भूमिका बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है। वहीं लगभग 55 हजार यादव और 30 हजार मुस्लिम मतदाताओं की संख्या है।
इसके अतिरिक्त यहाँ 60 हजार ब्रह्माण, 55 हजार पासी 25 हजार ठाकुर समेत अन्य मतादाता है। जातीय समीकरण में सपा भारी पड़ सकती है।
मिल्कीपुर सीट से कौन है प्रत्याशी
इस सीट पर समाजवादी पार्टी ने सबसे पहले ही अयोध्या के वर्तमान सांसद के पुत्र अजीत प्रसाद को मैदान में उतार दिया है। बसपा ने इस सीट पर अपना प्रत्याशी न उतारने का घोषणा कर दिया है और कांग्रेस यहाँ सपा का समर्थन करेगी। वहीं भाजपा ने अभी तक अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया है।
2025 में क्या बीजेपी करेगी वापसी
मिल्कीपुर उपचुनाव के तारीखों का ऐलान हो चुका है। यहाँ नामांकन 10 जनवरी से 17 जनवरी तक होंगे। 5 फरवरी को वोटिंग होगी और 8 फरवरी को रिजल्ट आएगा। चुनाव के ऐलान के बाद अब एक बार फिर यूपी में सियासी घमासान होना तय है। बीजेपी यहाँ पूरी ताकत झोंक इस सीट को हर हालत में जीतकर अपने हार के जख्मों पर मरहम लगाना चाहेगी।