चाइनीज मांझा गले में फंसा सिपाही की मौत
कांस्टेबल का नाम शाहरूख था। वह अमरोहा के रजबपुर थाना क्षेत्र के बलदाना हीरा सिंह गाँव के रहने वाले थे। मृतक सिपाही शाहजहांपुर में अभियोजन कार्यालय में तैनात थे और वह विभागीय काम से अजीजगंज स्थित राजकीय मेडिकल कॉलेज जा रहे थे।
इसी दौरान गर्रा नदी पुल के पास बच्चे पतंग उड़ा रहा थे। इसी दौरान पतंग में लगा मांझा बाइक से जा रहे कांस्टेबल के गले में फंसा गया और गला बुरी तरह कट गया।
आसपास मौजूद लोगों ने मदद करने की कोशिश की लेकिन जितना धारदार धागा शाहरूख के गले में धंसता चला गया। आनन फानन शाहरुख को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
चाइनीज मांझा कितना खतरनाक
चाइनीज मांझा ( ग्लास कोटेड नायलाॅन धागा ) बेहद खतरनाक और जानलेवा है। यह मांझा आमतौर पर नायलॉन या प्लास्टिक से बना होता है, और इसे कांच के महीन टुकड़ों, धातु, या अन्य धारदार सामग्री से लेपित किया जाता है। इसके इस्तेमाल से गंभीर चोटें और पर्यावरणीय नुकसान हो सकते हैं।
सड़क पर खिंचा हुआ मांझा तेज गति से वाहन चला रहे लोगों की गर्दन, चेहरे, या हाथों को गंभीर रूप से घायल कर सकता है। यह जानलेवा साबित हो सकता है।
उत्तर प्रदेश में चाइनीज मांझा है प्रतिबंधित
उत्तर प्रदेश सरकार ने पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, 1986 और अन्य कानूनों के तहत चाइनीज मांझा और अन्य खतरनाक धागों पर प्रतिबंध लगाया है। इसे बनाने, बेचने, और उपयोग करने पर जुर्माने और सजा का प्रावधान है।