सिद्धार्थनगर:पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह के 119वीं जयंती पर राष्ट्रीय लोकदल की ओर से शोहरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र के तुलसियापुर चौराहे पर किसान सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व राज्यसभा सांसद आलोक तिवारी व विशिष्ट अतिथि के रूप में सपा के वरिष्ठ नेता बदरे आलम मौजूद रहें।
इस दौरान मुख्य अतिथि पूर्व राज्यसभा सांसद आलोक तिवारी ने कहा कि भाजपा के नेता बुनियादी समस्याओं की बात न करके मंदिर-मस्जिद व जाति-धर्म की बात करते हैं।
केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकार कभी भी किसान,महिला,
युवा, गरीब, पिछड़ों की भलाई की बात कर ही नहीं सकती। उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह ने जमींदारी उन्मूलन की समाप्ति, मंडी समिति की स्थापना व एमएसपी की शुरुआत कर देश के किसानों के हितों की रक्षा करने का प्रयास किया परन्तु आज किसानों को तीनों का ही फायदा नहीं मिल पा रहा है।
उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन की सफलता ही पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को सच्ची श्रद्धांजलि है।
पूर्व विधानसभा प्रत्याशी मो.जमील सिद्दीकी ने कहा कि चौधरी चरण सिंह किसानों के सच्चे मसीहा थे। किसानों की समस्याओं के बारे में उन्हें पूरी जानकारी थी। उन्होंने आजीवन किसानों के हितों के लिए संघर्ष किया। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में किसान, युवा, नारीशक्ति इस विधानसभा चुनाव में इस जुमलेबाज सरकार को मुंह तोड़ जवाब देने का काम करेगा।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सपा के वरिष्ठ नेता बदरे आलम नें कहा कि चौधरी चरण सिंह की दृष्टि हमेशा किसानों की ओर लगी रही। अंतिम समय तक वह किसान की चिता करते रहे। उन्होंने कभी भी किसानों के हितों की अनदेखी नहीं होने दी। कहा कि भाजपा ने किसानों पर तीनों काले कानून थोपकर उनके साथ अन्याय किया। दिल्ली में आंदोलन के दौरान बड़ी संख्या में किसान शहीद हुए। चुनाव आने पर भाजपा को तीनों कानून वापस लेने पड़े। इसके बावजूद प्रधानमंत्री की ओर से किसानों के लिए अफसोस के दो शब्द तक नहीं बोले गए।
अंत में आयोजक रालोद नेता अकील अहमद मुन्नू ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन निजाम अहमद ने किया।
इस मौके पर राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश सचिव कलीम अहमद,जिलाध्यक्ष सजाउद्दीन,खड़कुल्लाह, कुंवर बदरे आलम, मो.इब्राहीम, सत्यानंदसिंह, निजाम अहमद, अताउल्लाह मदनी, इमरान अहमद, तबरेज आलम, मुश्ताक अहमद, अबू बकर, अवधेश यादव, सारिक अहमद, रईस अहमद, मो.सफात, महबूब खान, पंकज तिवारी आदि मौजूद थे।
इस दौरान मुख्य अतिथि पूर्व राज्यसभा सांसद आलोक तिवारी ने कहा कि भाजपा के नेता बुनियादी समस्याओं की बात न करके मंदिर-मस्जिद व जाति-धर्म की बात करते हैं।
केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकार कभी भी किसान,महिला,
युवा, गरीब, पिछड़ों की भलाई की बात कर ही नहीं सकती। उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह ने जमींदारी उन्मूलन की समाप्ति, मंडी समिति की स्थापना व एमएसपी की शुरुआत कर देश के किसानों के हितों की रक्षा करने का प्रयास किया परन्तु आज किसानों को तीनों का ही फायदा नहीं मिल पा रहा है।
उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन की सफलता ही पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को सच्ची श्रद्धांजलि है।
पूर्व विधानसभा प्रत्याशी मो.जमील सिद्दीकी ने कहा कि चौधरी चरण सिंह किसानों के सच्चे मसीहा थे। किसानों की समस्याओं के बारे में उन्हें पूरी जानकारी थी। उन्होंने आजीवन किसानों के हितों के लिए संघर्ष किया। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में किसान, युवा, नारीशक्ति इस विधानसभा चुनाव में इस जुमलेबाज सरकार को मुंह तोड़ जवाब देने का काम करेगा।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सपा के वरिष्ठ नेता बदरे आलम नें कहा कि चौधरी चरण सिंह की दृष्टि हमेशा किसानों की ओर लगी रही। अंतिम समय तक वह किसान की चिता करते रहे। उन्होंने कभी भी किसानों के हितों की अनदेखी नहीं होने दी। कहा कि भाजपा ने किसानों पर तीनों काले कानून थोपकर उनके साथ अन्याय किया। दिल्ली में आंदोलन के दौरान बड़ी संख्या में किसान शहीद हुए। चुनाव आने पर भाजपा को तीनों कानून वापस लेने पड़े। इसके बावजूद प्रधानमंत्री की ओर से किसानों के लिए अफसोस के दो शब्द तक नहीं बोले गए।
अंत में आयोजक रालोद नेता अकील अहमद मुन्नू ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन निजाम अहमद ने किया।
इस मौके पर राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश सचिव कलीम अहमद,जिलाध्यक्ष सजाउद्दीन,खड़कुल्लाह, कुंवर बदरे आलम, मो.इब्राहीम, सत्यानंदसिंह, निजाम अहमद, अताउल्लाह मदनी, इमरान अहमद, तबरेज आलम, मुश्ताक अहमद, अबू बकर, अवधेश यादव, सारिक अहमद, रईस अहमद, मो.सफात, महबूब खान, पंकज तिवारी आदि मौजूद थे।