लखनऊ:उत्तर प्रदेश में 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां बढ़ चुकी है। रविवार को भाजपा व बसपा को उस समय बड़ा छटका लगा जब कई दिग्गज नेताओं ने पार्टी छोड़कर सपा के साइकिल पर सवार हो गए है।
उत्तर प्रदेश की खलीलाबाद विधानसभा सीट से भाजपा विधायक दिग्विजय नारायण चौबे उर्फ जय चौबे और बहुजन समाज पार्टी से हाल ही में निष्कासित किए गए विधायक विनय शंकर तिवारी सहित समेत कई बड़े नेताओं ने रविवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के मौजूदगी में सपा में शामिल हो गए हैं।
उत्तर प्रदेश में 2022 के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पूर्वांचल की राजनीति के लिहाज से इसे भाजपा और बसपा के लिए बड़ा झटका तथा सपा के लिए अहम उपलब्धि माना जा रहा है।
गोरखपुर जिले की चिल्लूपार विधानसभा सीट से विधायक विनय शंकर तिवारी, उनके भाई संतकबीर नगर से पूर्व सांसद कुशल तिवारी और उनके करीबी रिश्तेदार एवं विधान परिषद के पूर्व सभापति गणेश शंकर पांडेय के अलावा जय चौबे लखनऊ स्थित सपा मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। विनय और कुशल तिवारी पूर्वांचल के कद्दावर नेता रहे हरिशंकर तिवारी के पुत्र तथा गणेश शंकर के भांजे हैं।
उत्तर प्रदेश की खलीलाबाद विधानसभा सीट से भाजपा विधायक दिग्विजय नारायण चौबे उर्फ जय चौबे और बहुजन समाज पार्टी से हाल ही में निष्कासित किए गए विधायक विनय शंकर तिवारी सहित समेत कई बड़े नेताओं ने रविवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के मौजूदगी में सपा में शामिल हो गए हैं।
उत्तर प्रदेश में 2022 के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पूर्वांचल की राजनीति के लिहाज से इसे भाजपा और बसपा के लिए बड़ा झटका तथा सपा के लिए अहम उपलब्धि माना जा रहा है।
गोरखपुर जिले की चिल्लूपार विधानसभा सीट से विधायक विनय शंकर तिवारी, उनके भाई संतकबीर नगर से पूर्व सांसद कुशल तिवारी और उनके करीबी रिश्तेदार एवं विधान परिषद के पूर्व सभापति गणेश शंकर पांडेय के अलावा जय चौबे लखनऊ स्थित सपा मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। विनय और कुशल तिवारी पूर्वांचल के कद्दावर नेता रहे हरिशंकर तिवारी के पुत्र तथा गणेश शंकर के भांजे हैं।