सिद्धार्थनगर:बांसी कोतवाली क्षेत्र के धंवर गांव निवासी राजदेव चौधरी ने मछली पालन के लिए तलाब खुदवाया था। शुक्रवार को उनका 12 वर्षीय बेटा और आठ वर्षीय बेटी की उसी तलाब में डूबकर मौत हो गई। इस घटना के बाद गांव में मातम पसरा है वहीं परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।
सूचना के मुताबिक, धवर गांव निवासी राजदेव चौधरी का गांव के सिवान में एक तालाब है, जिसमें वह मछली का पालन करते हैं। पोखरे की खुदाई कराकर उसमें पानी भरा गया था। शुक्रवार को 1 बजे राजदेव चौधरी का बेटा आयुष और बेटी स्नेहा नहाने के लिए तलाब में कूद गए लेकिन पानी ज्यादा होने के कारण दोनों डूबने लगे।
सिद्धार्थनगर:छह साल की मासूम के साथ दो बच्चों के बाप ने किया दुष्कर्म
दोनों के साथ गए अन्य बच्चों ने उन्हे डूबता देख शोर मचाया जब तक ग्रामीण मौके पर पहुंचते तब तक दोनो डूब चुके थे। ग्रामीणों ने घंटो मशक्कत के बाद दोनों बच्चों को बाहर निकाला और नजदीकी अस्पताल ले गए जहां डाक्टरों ने उन्हे मृत घोषित कर दिया।
बांसी कोतवाली पुलिस घटना की सूचना पर गांव पहुंच गई लेकिन ने पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया। जिसके बाद लिखा पढ़ी करके मासूमों के शवों को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। स्वजन बिना किसी कार्रवाई के शव का अंतिम संस्कार कर दिए हैं। बच्चों की मौत से स्वजन बदहवास हैं। सगे भाई बहन की एक साथ हुए मौत से गांव में मातम पसरा है। आयुष राजदेव का इकलौता बेटा था जिसके मौत के बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया है।
सूचना के मुताबिक, धवर गांव निवासी राजदेव चौधरी का गांव के सिवान में एक तालाब है, जिसमें वह मछली का पालन करते हैं। पोखरे की खुदाई कराकर उसमें पानी भरा गया था। शुक्रवार को 1 बजे राजदेव चौधरी का बेटा आयुष और बेटी स्नेहा नहाने के लिए तलाब में कूद गए लेकिन पानी ज्यादा होने के कारण दोनों डूबने लगे।
सिद्धार्थनगर:छह साल की मासूम के साथ दो बच्चों के बाप ने किया दुष्कर्म
दोनों के साथ गए अन्य बच्चों ने उन्हे डूबता देख शोर मचाया जब तक ग्रामीण मौके पर पहुंचते तब तक दोनो डूब चुके थे। ग्रामीणों ने घंटो मशक्कत के बाद दोनों बच्चों को बाहर निकाला और नजदीकी अस्पताल ले गए जहां डाक्टरों ने उन्हे मृत घोषित कर दिया।
बांसी कोतवाली पुलिस घटना की सूचना पर गांव पहुंच गई लेकिन ने पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया। जिसके बाद लिखा पढ़ी करके मासूमों के शवों को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। स्वजन बिना किसी कार्रवाई के शव का अंतिम संस्कार कर दिए हैं। बच्चों की मौत से स्वजन बदहवास हैं। सगे भाई बहन की एक साथ हुए मौत से गांव में मातम पसरा है। आयुष राजदेव का इकलौता बेटा था जिसके मौत के बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया है।
पूर्व विधानसभाध्यक्ष पर जानलेवा हमला