सिद्धार्थनगर:जिला पंचायत अध्यक्ष (Zila Panchayat Election) पद के लिए आज 11 बजे से शुरू हुए मतदान के बाद दोपहर तीन बजे परिणाम घोषित कर दिए गए हैं। भाजपा (BJP) समर्थित उम्मीदवार शीतल सिंह (Sheetal Singh) ने इस चुनाव में जीत का परचम लहराया दिया है। उन्होंने सपा (Samajwadiparty) को करारी शिकस्त दी है।
सूचना के मुताबिक, भाजपा सर्मथित उम्मीदवार शीतल सिंह पत्नी उपेंद्र सिंह ने कुल 45 वोटों से 40 वोट हासिल किया वहीं सपा समर्थित उम्मीदवार पूजा यादव को महज 5 वोट ही मिलें। शीतल सिंह ने जिला पंचायत अध्यक्ष पद का यह चुनाव 35 वोटों से जीतकर सपा को बुरी तरह हराया है।
जिला पंचायत अध्यक्ष पद के इस चुनाव में समाजवादी पार्टी समर्थित 15 उम्मीदवार चुनाव जीतकर आए थे। लेकिन सपा अपने ही जिला पंचायत सदस्यों का आधा वोट भी हासिल नहीं कर सकीं। भाजपा समर्थित नौ सदस्य चुनाव जीते थे, जबकि सपा समर्थित 15 सदस्य चुनाव जीते थे। भाजपा ने कांग्रेस के तीन, बसपा के दो, अपना दल एस के एक सहित 15 निर्दल के साथ सपा के सदस्यों में भी सेंधमारी कर ली।
चुनाव नतीजे आने के बाद भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं में शीतल सिंह के जोरदार जीत को लेकर जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है वहीं दूसरी तरफ सपा के खेमें में उम्मीद से कही ज्यादा बड़ी हार को लेकर मायूसी है।
सूचना के मुताबिक, भाजपा सर्मथित उम्मीदवार शीतल सिंह पत्नी उपेंद्र सिंह ने कुल 45 वोटों से 40 वोट हासिल किया वहीं सपा समर्थित उम्मीदवार पूजा यादव को महज 5 वोट ही मिलें। शीतल सिंह ने जिला पंचायत अध्यक्ष पद का यह चुनाव 35 वोटों से जीतकर सपा को बुरी तरह हराया है।
जिला पंचायत अध्यक्ष पद के इस चुनाव में समाजवादी पार्टी समर्थित 15 उम्मीदवार चुनाव जीतकर आए थे। लेकिन सपा अपने ही जिला पंचायत सदस्यों का आधा वोट भी हासिल नहीं कर सकीं। भाजपा समर्थित नौ सदस्य चुनाव जीते थे, जबकि सपा समर्थित 15 सदस्य चुनाव जीते थे। भाजपा ने कांग्रेस के तीन, बसपा के दो, अपना दल एस के एक सहित 15 निर्दल के साथ सपा के सदस्यों में भी सेंधमारी कर ली।
चुनाव नतीजे आने के बाद भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं में शीतल सिंह के जोरदार जीत को लेकर जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है वहीं दूसरी तरफ सपा के खेमें में उम्मीद से कही ज्यादा बड़ी हार को लेकर मायूसी है।
जिले में 26 जून को हुए नामांकन के बाद सपा से पूजा यादव और भाजपा से शीतल सिंह चुनावी मैदान में थी। पिछले कुछ दिनों से एक एक वोट सहेजने में जुटे थे लेकिन चुनावी नतीजे आने के बाद यह साफ हो गया कि सपा जिला पंचायत अध्यक्ष पद के इस लड़ाई में बहुत पीछे थी।