उत्तर प्रदेश में पिछले तीन दिनो से हो रही भारी बरसात के बाद नदियां उफान पर है। प्रदेश के कई जिलों में बाढ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। भारी बारिश के बाद राप्ती खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। राप्ती का जलस्तर लगातार बढ़ने के कारण श्रावस्ती जिले के दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं।
सर्रा, भौसये, अशरफ नगर, उतमपुर जैसे दर्जनों गांव बाढ के पानी से चारों ओर से गिरे हुए हैं। ग्रामीण अभी भी गांव में ही फंसे हुए हैं. गांव के आसपास पानी के तेज धारा के कारण प्रशासन का गांव तक पहुंचना मुश्किल साबित हो रहा है। फिलहाल प्रशासन उनको गांव से बाहर निकालने व मदद पहुचाने का उपाय कर रही है।
गांवो से आने जाने वाले सभी रास्तो पर पानी की तेज धारा बह रही है जिसके कारण ग्रामीणों का आवागमन पूरी तरह से बाधित है। गांव के लोग बाढ से बचने के लिए अपने घरों की छत या घरों में कैद हैं।
वहीं जिलाधिकारी खुद मौके पर इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। प्रशासन लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के तमाम उपाय सोच रहा है। जिले में एनडीआरएफ टीम ना होने के कारण मुश्किलों का सामना भी करना पड़ रहा है। मदद के लिए दूसरे जिले से एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया है। जिसके आने के बाद बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जायेगा।
सर्रा, भौसये, अशरफ नगर, उतमपुर जैसे दर्जनों गांव बाढ के पानी से चारों ओर से गिरे हुए हैं। ग्रामीण अभी भी गांव में ही फंसे हुए हैं. गांव के आसपास पानी के तेज धारा के कारण प्रशासन का गांव तक पहुंचना मुश्किल साबित हो रहा है। फिलहाल प्रशासन उनको गांव से बाहर निकालने व मदद पहुचाने का उपाय कर रही है।
गांवो से आने जाने वाले सभी रास्तो पर पानी की तेज धारा बह रही है जिसके कारण ग्रामीणों का आवागमन पूरी तरह से बाधित है। गांव के लोग बाढ से बचने के लिए अपने घरों की छत या घरों में कैद हैं।
वहीं जिलाधिकारी खुद मौके पर इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। प्रशासन लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के तमाम उपाय सोच रहा है। जिले में एनडीआरएफ टीम ना होने के कारण मुश्किलों का सामना भी करना पड़ रहा है। मदद के लिए दूसरे जिले से एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया है। जिसके आने के बाद बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जायेगा।
सिद्धार्थनगर में नदियां उफान पर, बाढ जैसे हालात