इस घटना के बाद पूरे पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. मामले में मंदिर के महंत के खिलाफ गैंगरेप के बाद हत्या का मुकदमा दर्ज हो चुका है. लेकिन महंत और उसके चेलों को पकड़ना पुलिस के लिए चुनौती बन गई है.
आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की चार टीमें गठित की है. चारों टीमें रात भर आरोपियों को पकड़ने के लिए दबिश देती रहीं. देर रात वासुदेव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस की लापरवाही सामने आने के बाद पुलिस महकमे की प्रदेश भर में किरकिरी हो रही है इसलिए देर रात तक एसएसपी खुद थाने पर रहकर पुलिस टीमों की मॉनिटरिंग करते रहे.
तमाम मोबाइल नंबर सर्विलेंस पर लगाने के साथ पुलिस ने आरोपियों के दर्जन से अधिक रिश्तेदारों एवं उन लोगों को हिरासत में लिया है. जिनकी आरोपियों से फोन पर बातचीत हुई है. गिरफ्तार करने की पूरी कोशिश में जुटी पुलिस के पकड़ से फ़िलहाल महंत दूर है.
निर्भया जैसी दरिंदगी
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला के प्राइवेट पार्ट में लोहे की रॉड या सब्बल ठूंसे जाने की बात भी सामने आई. जिससे प्राइवेट पार्ट में गंभीर घाव थे. काफी खून भी निकल गया था. जिससे उसकी मौत हो गई.
आरोपी बाबा सत्यनारायण, उसका चेला वेदराम व ड्राइवर जसपाल को पकड़ने के लिए पुलिस दबिश दे रही है.लेकिन अभी आरोपी पुलिस के पकड़ से दूर हैं.