अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों में लगे राजद्रोह की धारा हटा ली गई है। जांच में देश विरोधी नारे लगाने का कोई सबूत नही मिलने पर धारा हटाई गई है। पुलिस की जांच में देश विरोधी नारे के मामले में एएमयू के छात्रों को क्लीन चिट मिल गई है।
बीते 12 फरवरी को एएमयू रजिस्टार के दफ्तर के बाहर हुए झगड़े के बाद भाजपा नेता ने एएमयू छात्रों के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज कराया था लेकिन जांच के दौरान पुलिस को राजद्रोह जैसी किसी बात का कोई साक्ष्य नही मिला। जिसके बाद पुलिस ने छात्रों पर लगें राजद्रोह के मामले को हटा दिया है।
मुकदमा भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष मुकेश सिंह ने दर्ज करवाया था। जिसमे छात्र संघ अध्यक्ष सलमान इम्तियाज, उपाध्यक्ष हमजा सुल्तान, पूर्व अध्यक्ष मकसूर अहमद, छात्रसंघ सचिव हुफैजा आमिर, नदीम अंसारी, जैद शेरवानी, आरिफ त्यागी, फरहान जुबैरी व अन्य छात्रों के को आरोपी बनाया गया था।
इन छात्रों पर धारा 124 ए राजद्रोह के साथ ही अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया था। मुकदमे में कहा गया था कि मुकेश सिंह अपने साथी के साथ कलेक्ट्रेट जा रहे थे। तभी एएमयू के छात्रों ने उनकी गाड़ी पर हमला बोल दिया और फायरिंग भी की। एक गोली उनकी गाड़ी में लगी बाद में देश विरोधी और भाजपा विरोधी नारे लगाते हुए आरोपी भाग गए।
एएमयू छात्रों के खिलाफ भाजपा के कई नेता मैदान में आ गए थे। जिसके बाद पुलिस ने व्हाट्सएप और फ़ोन नम्बर भी जारी किया था। लोगों से छात्रों के खिलाफ राजद्रोह संबंधी साक्ष्य उपलब्ध कराने की अपील भी की थी।
मुकदमे में दर्ज धाराओं के खिलाफ पुलिस ने गहन विवेचना की लेकिन पुलिस को छात्रों के खिलाफ कोई देशद्रोह और देश विरोधी नारे का साक्ष्य नही मिलने से एमएमयू छात्रों को क्लीन चिट दे दिया गया।