लोकजनशक्ति पार्टी के बाद अब अपना दल (एस) ने भाजपा को आंख दिखाना शुरू कर दिया है। अपना दल (एस) और भाजपा के बीच रार खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है। मिर्जापुर में अपना दल एस के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशीष पटेल ने कहा कि भाजपा प्रदेश नेतृत्व से विवाद सुलझने तक केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल और पार्टी का कोई भी नेता प्रदेश सरकार के किसी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। वहीं अनुप्रिया पटेल मिर्जापुर में अपना दौरा रद्द कर दिल्ली रवाना हो गईं।
बताते चलें कि मंगलवार को आशीष पटेल ने कहा था कि भाजपा की प्रदेश इकाई में अपना दल के कार्यकर्ताओं और नेताओं का सम्मान नहीं है। उन्होंने कहा कि गठबंधन में सम्मान चाहते हैं। हम चाहते हैं कि हमें सम्मान मिले और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दोबारा सरकार बने।
भाजपा को तीन प्रदेशों में मिली पराजय से सीख लेनी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि आश्वासन के बाद भी किसी भी आयोग में अपना दल के नेताओं को जगह नहीं दी गई है। साथ ही कहा कि उत्तर प्रदेश में एनडीए की सहयोगी तीनों पर्टियों के नेता हताश हैं। विधायक, सांसद और मंत्री सभी नाराज हैं।
कहां समस्या आ रही है इसको दूर करने के लिए केंद्रीय नेतृत्व को दखल देना चाहिए और कोशिश करनी चाहिए कि समस्याएं जल्दी हल हों, नहीं तो एनडीए को सबसे ज्यादा नुकसान उत्तर प्रदेश में होगा। यूपी में सीट बंटबांरे को लेकर कहा हमारी ताकत बढ़ी है इसलिए सम्मानजनक सीटें चाहिए।
उपेक्षा का लगाया आरोप
लोकसभा चुनाव के ठीक पहले, मंगलवार को पार्टी के बड़े नेता आशीष पटेल ने भाजपा पर अपनी पार्टी की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर वह समय पर सही निर्णय नहीं लेती है तो उन्हें पुनर्विचार करना पड़ेगा। माना जा रहा है कि आशीष पटेल का यह बयान अपना दल के संस्थापक सोनेलाल पटेल की बेटी अनुप्रिया पटेल के इशारे पर आया है।
मिर्जापुर से सांसद और इस समय केंद्र में मंत्री अनुप्रिया पटेल इस बार उत्तर प्रदेश में अपनी पार्टी के लिए ज्यादा सीटें चाहती हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में उनके खाते में दो सीटें आई थीं। मिर्जापुर के आलावा उनकी पार्टी से हरवंश सिंह प्रतापगढ़ से जीत हासिल करने में कामयाब रहे थे। इसके अलावा उत्तर प्रदेश की विधानसभा में अपना दल के नौ विधायक और एक एमएलसी है।
योगी मंत्रिमंडल में अपना दल के फतेहपुर जहानाबाद से विधायक जय कुमार सिंह जैकी को योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल में कारागार राज्य मंत्री बनाया गया है। इस विभाग के कैबिनेट मंत्री खुद योगी आदित्यनाथ हैं।
स्पष्ट है कि योगी के आदेश के बिना यहां भी अपना दल के नेता कोई काम करवाने में समर्थ नहीं हैं। अपना दल के लोगों की शिकायत है कि मंत्रिमंडल में अपना दल की भूमिका बढ़ाए जाने की बात हुई थी। इसके लिए योगी मंत्रिमंडल का विस्तार करने की बात कही गई थी लेकिन अभी तक वह भी नहीं हो सका है।


