लखनऊ:प्रधानमंत्री आवास योजना तथा सरकारी निर्माण कार्यो में लाल ईंटो का प्रयोग बन्द किए जाने के फैसले पर ईंट निर्माताओं ने सोमवार को कांशीराम इको गार्डन में धरना प्रदर्शन कर विरोध जताया।
सरकार के फैसलें के बाद ईंट निर्माताओं में गुस्सा है । सोमवार को फैसले के विरोध में प्रदेश भर से ईंट भट्ठा मालिक लखनऊ पहुँचे और विरोध प्रदर्शन कर फैसले का विरोध किया।
समिति के अध्यक्ष विजय कुमार गोयल व महामंत्री अतुल कुमार सिंह के नेतृत्व में प्रदेश के ईंट निर्माताओं ने प्रदर्शन किया।
धरना प्रदर्शन में सिद्धार्थनगर व बलरामपुर के ईंट भट्ठा मालिक भी पहुँचे, इस मौके पर बलरामपुर जिले के ईंट भट्ठा मालिक हारून रशीद खान ने कहा कि लखनऊ विकास प्राधिकरण ने सरकारी कार्यों में लाल ईंटो का प्रयोग बन्द करने का फैसला लिया है। जबकि फ्लाई ऐश निर्मित घरों में रहने वाले लोगो को दमा, कैंसर व चर्म रोग होते हैं। इसकी जांच की रिपोर्ट भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर व कई अंतरराष्ट्रीय रिसर्च से प्रमाणित होने के प्रमाण सरकार को समिति ने सौंपा है।
उन्होंने कहा की इस फैसले के बाद प्रदेश में कुल 50 लाख भट्ठा मजदूर बेरोजगारी व भुखमरी का शिकार हो जाएंगे।
ईंट निर्माताओं के मुताबिक योगी सरकार ने वादा किया था कि यदि भट्ठा मालिक ईंटों के दाम कम करेंगे तो मिट्टी से रॉयल्टी समाप्त कर दी जाएगी। मुख्यमंत्री की इस घोषणा के बाद सभी भट्ठा मालिकों ने तीन सौ रुपये प्रति हजार की दर से ईंटों के दाम कम कर दिए। इसके बावजूद भी रॉयल्टी समाप्त नहीं की गई।