पिछले साल अगस्त माह में आई भीषण बाढ़ में जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों में चौपट हुई किसानों की फसलों का मुआवजा साल भर बाद भी नही मिला।
Video
कर्ज लेकर खेती करने वाले किसानों का गुस्सा अब योगी सरकार पर फूटने लगा है। शोहरतगढ़ तहसील अंतर्गत दर्ज़नो गावों के किसानों को एक साल बाद भी मुआवजे की फूटी कौड़ी भी नसीब नही हुई।
हम आपको बता दे कि 13 अगस्त 2017 को जिले में सैलाब आया था। छः सौ गाँवो के एक लाख से अधिक परिवार इस बाढ़ की चपेट से प्रभावित हुए। वही दूसरी तरफ बाढ़ में किसानों की फसल पूरी तरह से चौपट हो गई थी।
भारीतय समाज पार्टी के शोहरतगढ़ अध्यक्ष दीपक राजभर ने कहा कि खैरी उर्फ झुंगहवा गांव में कुल 840 नामो पर बाढ़ राहत का मुआवजा मिलना लेकिन एक साल बीत गए अब तक किसी को एक पैसा नही मिला।
इस मौके पर मौजूद राम अक्षैवर, मुनिराम, श्रीपाल, यूनुस, लालमोहन, नंदराम निषाद आदि लोगों ने सरकार खिलाफ नाराज़गी जाहिर करते मुआवजे की मांग की।
बूढ़ी राप्ती नदी पर कटान
तो दूसरी तरफ झुंगाहवा गाँव के पश्चिम तरफ कठेला तुलसियापुर मार्ग पर पिछले साल हुए कटान को रोकने की कोई अस्थाई व्यवस्था ना होने से ग्रामीणों में गुस्सा है।
ग्रामीणों ने प्रशासन पर आरोप लगाया की जब बाढ़ काबू से बाहर हो जाता है तब प्रशानिक अधिकारी आते है और कटान रोकने का असफल प्रयास कर करोड़ो रुपया का बंदरबाट कर लेते है।