सिद्धार्थनगर:गर्मी बढ़ते ही बिजली विभाग के दावों की पोल खुलती जा रही है। गर्मी में बिजली की खपत बढ़ने से हो रही भारी कटौती से लोग परेशान है। रात में होने वाली बिजली कटौती से लोगों को सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
।गर्मी बढ़ते ही जिले भर में बढ़ी बिलजी की खपत से सरकार व प्रशासन के दावे खोखले साबित हो रहे है। ग्रामीण इलाकों से लेकर शहर तक रात के समय भारी बिजली कटौती से लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करने को लोग मज़बूर हैं।
बढ़नी इलाके में तीन दिनों से उमस भरी गर्मी हर किसी का सुकून छीने हुए है। ऐसे में अघोषित बिजली कटौती से जनमानस में त्राही त्राही मची हुई है। जिसके चलते बिजली विभाग का शेड्यूल बेमतलब साबित हो रहा है।
वैसे तो नाम के लिए बिजली 18 घण्टे मिल रही है लेकिन हक़ीक़त ये है की निर्धारित 18 घण्टे में 8-10 घण्टे ही बिजली मिलना मुश्किल हो गया है।
बढ़नी ब्लॉक के दर्जनो गाओं में बिजली का यही हाल है। बिजली के दर्शन होते ही आंख मिचौली का खेल शुरू हो जाता है। रात में अक्सर बिजली गायब ही रहती है। जिससे लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
दुधवानिया बुज़ुर्ग के प्रधान हैदर आलम ने कहा कि एक तो गर्मी वैसे परेशान किए हुए है। ऊपर से बिजली की खराब व्यवस्था मुसीबत पैदा कर रही है।
खैरी उर्फ झुंगहवा के प्रधान दिनेश यादव कहा कि निर्धारित रोस्टर के मुताबिक आपूर्ति व्यवस्था सुनिश्चित नही हो पा रही है। बिजली कटौती से समाज का हर वर्ग परेशान है।