स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मौलाना अब्दुल कय्यूम रहमानी फाउंडेशन ने रविवार को नौगढ़ तहसील में सीएए के विरोध में प्रदर्शन कर मुख्य न्यायधीश को पत्र भेज कर नागरिकता संशोधन अधिनियम को निरस्त करने की मांग की।
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सत्य नारायण चौबे के पुत्र व वरिष्ठ अधिवक्ता नागेन्द्र नाथ चतुर्वेदी ने कहा कि देश की आजादी में सभी धर्मो के लोगों ने सामूहिक रूप से योगदान दिया है। हमारे पूर्वजों ने देश की स्वतंत्रता के लिए महात्मा गांधी के नेतृत्व में प्राणों को न्योछावर कर दिया।
सीएए संविधान की धारा 14 व 15 के विरूद्ध है। पड़ोसी देशों से आए पीड़ितो को नागरिकता देने का हम विरोध नहीं करते लेकिन धर्म को आधार बनाने का हम सभी विरोध कर रहें हैं। उन्होंने सीएए को निरस्त करने की मांग की।
अधिवक्ता रमेश कुमार निगम ने कहा कि भारत जैसे देश में धर्म के नाम पर कानून नहीं बनना चाहिए।
वरिष्ठ पत्रकार नजीर मालिक ने कहा कि इस कानून का असर सिर्फ मुसलमानों पर ही नहीं बल्कि गरीबी में अपना जीवन गुज़ार रहें सभी धर्मो के लोगों पर पड़ेगा।
कोई भी कानून पास करने से पहले सभी पार्टियों से बात करनी चाहिए।
इस मौके पर बदरे आलम, अर्जुन सिंह लोधी, नजीर अहमद मालिक, देवेन्द्र नाथ, गया प्रसाद भास्कर, रमेश कुमार निगम, श्यामलाल शर्मा, हरिराम यादव मौजूद रहे।