शोहरतगढ़ सिद्धार्थनगर:नगर पंचायत शोहरतगढ़ के गोलघर चौराहे पर एक गाय बीमार और चोटिल होकर सड़क पर तड़प रही थी, फिलहाल उसकी मौत हो चुकी है,
नगर पंचायत प्रशासन व स्थानीय प्रशासन मूकदर्शक बनकर बैठा हुआ है, कस्बे में घूमने से बेसहारा गाय चोटिल हो रही है, लगातार कस्बे के अंदर दुर्घटनाएं हो रही हैं
गौशाला खोलकर गायों को सड़कों पर छोड़ दिया जाता है, जिससे की पशु चोटिल हो रहे हैं ,गौशाला से पशु गायब होकर सड़कों और खेतों की तरफ चले आए हैं। ठीक से देखरेख और रखवाली न होने से यह नौबत आई है।
ऐसे में पशुओं के लिए आवंटित धन और चारा कौन खा रहा है? इस अहम सवाल का जवाब जिम्मेदारों के पास नहीं हैं!
शहर की सड़कों पर घूमने वाले बेसहारा पशु वाहन की चपेट में आकर चोटिल हो रहे हैं लेकिन जिम्मेदार अधिकारी मौन है ?
चुनाव के वक्त गाय को लेकर राजनीति करने वाले जनप्रतिनिधि भी आज चुप्पी साधे बैठे हैं। आखिर कब पशुओं की देखभाल सुनिश्चित की जाएगी, सरकार गौशाला बनवाने पर लाखों रुपए खर्च कर रही है लेकिन पैसा खर्च कहां हो रहा है किसी को नहीं पता।
कस्बे की शायद ही कोई ऐसी सड़क होगी, जिस पर बेसहारा पशु न दिखाई देते हों। पुलिस पिकेट, गोलघर, भारतमाता चौक, तहसील रोड, सरकारी अस्पताल, धर्मशाला, गड़ाकुल तिराहा, खुनुवा बाईपास, ब्लाक रोड आदि पर इनकी धमाचौकड़ी रहती है।
नेशनल हाइवे पर भी इनसे समस्या हो रही है। सड़कों पर इधर-उधर घूमने से वाहन चालकों को परेशानी होती है। ऐसे में किसी के लिए भी संभलकर चलना आसान नहीं रह जाता।
इस स्थिति में कई बार हादसे होते-होते बचे है। ग्राम पंचायतों में घूम रहे पशुओं को आश्रय तक पहुंचाने की जिम्मेदारी गो संचालक समिति व ब्लाक की है। लेकिन कोई भी जिम्मेदार गायों के सुरक्षा की देखभाल नहीं कर रहा है, ना ही गायों को गोशाला तक पहुंचाने के लिए कोई कदम उठाया जा रहा है।