सपा बसपा के बीच हुए गठबंधन में पीस पार्टी और निषाद पार्टी के लिए सीट ना होने से कार्यकर्ताओं में बेचैनी है। हालांकि यह कहा जा रहा है कि सपा अपने खाते से इन दोनों पार्टियों को कुछ सीटें देकर खुश कर सकती है।
इसके लिए तीनों पार्टियों के राष्ट्रीय अध्यक्षों के बीच बातचीत हो चुकी है आने वाले दिनों में इसका ऐलान कर दिया जाएगा। गोरखपुर सदर लोकसभा सीट पर हुए उप चुनाव में समाजवादी पार्टी ने निषाद पार्टी और पीस पार्टी के साथ गठबंधन किया था और निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के बेटे इंजीनियर प्रवीण कुमार निषाद को साईकिल निशान पर चुनाव लड़ाया था।
उप चुनाव में बीएसपी ने प्रवीण निषाद का समर्थन किया था जिसका परिणाम ये रहा कि समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार को पहली बार गोरखपुर सदर सीट पर जीत हासिल हुई।
इसी समय इस बात का अंदेशा था कि समाजवादी पार्टी और बसपा अगले लोकसभा चुनाव में एक साथ आ सकती हैं। शनिवार को दोनों पार्टियों के राष्ट्रीय अध्यक्षों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए इस बात पर मुहर लगा दी। इसके साथ ही सीटों का बंटवारा भी कर लिया। सीटों के बंटवारे में पीस और निषाद पार्टी को शामिल नहीं किए जाने से दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं में मायूसी फैली हुई है।
कार्यकर्ताओं के बीच फैली बेचैनी को दूर करने की कोशिश भी की जा रही है। इन्हें इस बात का यकीन दिलाया जा रहा है कि समाजवादी पार्टी अपने कोटे से गठबंधन के पुराने साथियों को टिकट देगी। इस हवाले से निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संजय कुमार निषाद कहते हैं कि समाजवादी पार्टी कोटा से हमें टिकट मिलेगा और हम अपने चुनाव निशान पर इलेक्शन लड़ेंगे कार्यकर्ता चुनावी तैयारियों में जुट जाएं।
वहीं पीस पार्टी के अध्यक्ष डॉ मोहम्मद अयूब ने कहा कि पार्टी गठबंधन में शामिल है पूरी ताकत के साथ लोकसभा चुनाव लड़ेंगे और गठबंधन को जीत दिलाएंगे।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि गठबंधन में कांग्रेस के अलावा छोटी पार्टियों (अपना दल और भासपा आदि) को शामिल किया जाए तो और भी बेहतर होगा।