मरीजों को आपात सेवा देने वाली 108 व 102 सेवा जिले मे बुरी तरह लडखडा गई है। पिछले कुछ दिनो से ईधन के अभाव मे उनके पहिए थमे रहे। ऐसे मे मरीजों को अस्पताल पहुचने मे कई दुशवारियों का सामना करना पड रहा है। आज यानी बुधवार को भी समस्या का दूर-दूर तक कोई समाधान नही दिखाई दे रहा है।
हम आपको बता दे कि रविवार से ही जिले मे संचालित कुल 51 एंबूलेंस के पहिए थम गए है। इसके पाछे ईधन का आभाव बताया जा रहा है। इन तीन दिनो मे अनुमानित आँकडो के मुताबिक एंबुलेंस सेवा का लाभ न पाने वाले मरीजो व तीमारदारो निजी संसाधनो से भारी भरकम धनराशि खर्च कर निजी या आवशयकतानुसार बडे अस्पतालों मे पहुचना पडा। एंबुलेंस सेवा बंद होने से सबसे ज्यादा परेशानी प्रसव के लिए अस्पतालों पर सहजता से पहुचने वाली महिलाओं की है।
हम आपको बता दे कि रविवार से ही जिले मे संचालित कुल 51 एंबूलेंस के पहिए थम गए है। इसके पाछे ईधन का आभाव बताया जा रहा है। इन तीन दिनो मे अनुमानित आँकडो के मुताबिक एंबुलेंस सेवा का लाभ न पाने वाले मरीजो व तीमारदारो निजी संसाधनो से भारी भरकम धनराशि खर्च कर निजी या आवशयकतानुसार बडे अस्पतालों मे पहुचना पडा। एंबुलेंस सेवा बंद होने से सबसे ज्यादा परेशानी प्रसव के लिए अस्पतालों पर सहजता से पहुचने वाली महिलाओं की है।
- फिलहाल आज भी एंबुलेंस सेवा शुरू होने कि कोई उम्मीद नही है।