पहाडो पर हो रही लगातार बारिश के कारण जिले की नदियाँ खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बूढी राप्ती नदी पिछले चार दिन से ही खतरे के निशान को पार चुकी है और अब तबाही मचाने को तैयार है। नदी के पास बसे खैरी शीतल प्रसाद सहित दर्जनो गाँव बाढ से घिर गए है। जिसके कारण लोगों को अपना घर छोड ऊंचे स्थानों पर ठिकाना बनाने के लिए मजबूर है। तेजी से बढ रहे जलस्तर से अन्य गाँवो पर बाढ का खतरा मंडराने लगा है। जिसकी चिंता लोगों के चेहरे पर साफ देखी जा सकती है।
नेपाल मे कई दिनो से हो रहे मुसलाधार बारिश के कारण क्षेत्र के घोराही और बूढी राप्ती नदी का जलस्तर तेजी से बढ रहा है। नदी का जलस्तर बढने के कारण बढनी ब्लाक के खैरी शीतल प्रसाद के टीकर, करौता, तमकुहवा, नकोलडीह, चिरहगना, खैरी ऊर्फ झुंगहवा, मटियार ऊर्फ भुतहवा, तौलियहवाँ ग्रामसभा के इटहिया, बालानगर, कचरिहवा, लालनगर आदि दर्जनो गाँव बाढ के पानी से घिर गए है। हजारो बीघे फसल जलमगन हो गए है। फसलो के बर्बाद होने चिंता और बढ गई है।
क्षेत्र के लोगो का कहना है कि हर बार यहाँ बाढ आती है। बावजू द इसके प्रसाशन बचाव के लिए कोई ठोस कदम नही उठा रहा है। गाँव बाढ से चारोतरफ से घिर गए है लेकिन किसी भी आला अफसर का कोई पता नही है।