प्राप्त जानकारी के अनुसार, घनश्याम रोज़ाना की तरह मजदूरी के लिए घर से निकला था। गुरुवार को खराब मौसम के बावजूद वह ग्राम केवटलिया जाने के लिए सुबह घर से निकला। रास्ते में हल्की बूंदाबांदी शुरू होने पर वह परसा चौराहे पर चाय की दुकान पर रुक गया।
वह चाय पीने के बाद आगे बढ़ा ही था कि लगभग 200 मीटर दूर चलते समय तेज गरज और चमक के साथ आकाशीय बिजली गिर गई।
बिजली की चपेट में आते ही घनश्याम झुलस कर जमीन पर गिर पड़ा। मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत उसे उठाया और पास के स्वास्थ्य केंद्र ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घनश्याम अपने परिवार का एकमात्र कमाने वाला सदस्य था। उसकी मौत की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
आकाशीय बिजली से बचाव के उपाय:
• खुले मैदान में न रहें – बिजली गिरने के दौरान खेत, मैदान या ऊँची जगहों पर न जाएं।
• पेड़ के नीचे न खड़े हों – यह बहुत खतरनाक हो सकता है क्योंकि बिजली पेड़ों पर अधिक गिरती है।
• लोहे या धातु की चीजों से दूर रहें – जैसे छाता, साइकिल, ट्रैक्टर आदि।
• घर में रहें – सुरक्षित स्थान पर शरण लें, खासकर पक्के मकान में।
• मोबाइल या इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग न करें – बिजली गिरने के दौरान यह रिस्क बढ़ा सकते हैं।
• पानी से दूर रहें – नहाना, हैंडपंप चलाना, या तालाब में रहना खतरनाक हो सकता है।